उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में स्वयंभू संत आसाराम के आश्रम में हाल में एक लड़की का शव मिला था। इसके बाद आसाराम पर रेप का आरोप लगाने वाली शाहजहांपुर की पीड़िता ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। पीड़िता के पिता ने दावा किया है कि 21 मार्च को आसाराम के एक अनुयाई द्वारा उनके घर के बाहर धमकी भरा पत्र भी छोड़ा गया था, जिसे लेकर उनका पूरा परिवार खौफ में है।
आसाराम के खिलाफ रेप मामले की पीड़िता के पिता ने शनिवार को मीडिया को बताया कि 21 मार्च को आसाराम का एक अनुयायी उनके घर आया और जमकर हंगामा किया। उन्होंने बताया कि बाद में वह उनके घर के बाहर रखी मेज पर एक पत्र छोड़ गया, जिसमें पीड़िता के लिए कई आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं।
इस धमकी भरे पत्र की शिकायत उन्होंने कोतवाली में लिखित रूप से की है। पीड़िता के पिता ने कहा कि गोंडा में आसाराम के आश्रम में एक लड़की की कथित हत्या के बाद उनका परिवार और ज्यादा भयभीत हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोई उनकी फरियाद नहीं सुन रहा है और पुलिस भी सुरक्षा के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही है।
इस मामले में शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि पीड़िता की सुरक्षा के संबंध में स्थानीय अभिसूचना इकाई से वार्ता करके जरूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। आनंद ने कहा कि उन्हें पीड़िता के घर पर धमकी भरा पत्र प्राप्त होने की कोई जानकारी नहीं मिली है और यदि परिजन जानकारी उपलब्ध कराते हैं तो वह कड़ी कार्रवाई करेंगे।
शाहजहांपुर की रहने वाली नाबालिग पीड़िता ने वर्ष 2013 में आसाराम पर रेप का आरोप लगाया था। मामले में अदालत ने 28 अप्रैल 2018 को आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तब से वह जेल में बंद है।
गोंडा जिले में बहराइच रोड पर स्थित आसाराम के आश्रम के परिसर में खड़ी एक कार से शुक्रवार तड़के एक लड़की का शव बरामद किया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति के मुताबिक, नगर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिमौर की 13 वर्षीय लड़की बीते मंगलवार से घर से लापता थी। उन्होंने बताया कि काफी खोजबीन के बाद जब उसका पता नहीं चल सका तो बृहस्पतिवार को परिजनों ने कुछ लोगों को आरोपी बनाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।