इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में एक युवक की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम के विवाद में करीब 50 लोगों के उग्र समूह ने अस्पताल के डॉक्टरों समेत 10 लोगों को 17 मार्च देर रात पीट दिया.
इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया कि कथित तौर पर सीढ़ियों से गिरकर घायल राजा (20) को दो दिन पहले गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान युवक की बृहस्पतिवार (17 मार्च) देर रात मौत हो गई.
ठाकुर ने कहा, ‘युवक के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराए बगैर अस्पताल से उसका शव ले जाने की बात पर डॉक्टरों से विवाद किया. इसके बाद उन्होंने बाहर से करीब 50 लोग अस्पताल में बुलाकर हमारे एक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), कुछ अन्य डॉक्टरों और सुरक्षा गार्ड समेत 10 लोगों को पीट दिया.’
इस बीच, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश रघुवंशी ने बताया कि बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात तीन बजे के घटनाक्रम की सूचना मिलने पर पुलिस बल एमवायएच पहुंचा और हालात पर काबू पाया.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, भीड़ ने कैजुअल्टी के अंदर लगे उपकरण, शीशे और फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया. इस दौरान पुलिस की पीसीआर भी मौके पर मौजूद थी. डॉक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है.
एमवायएच अस्पताल में ये घटनाक्रम करीब दो घंटे तक चलते रहा. विवाद के दौरान अस्पताल में मौजूद पीसीआर वैन के पुलिसकर्मी किसी को नहीं रोक पाए.
काफी देर बाद चार थानों- संयोगितागंज, पलासिया, आजाद नगर और छोटी ग्वाल टोली से पुलिस बल मौके पर पहुंचा. जिसके बाद मारपीट और हंगामा करने वाले युवक इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन युवकों को पकड़ा और थाने ले गए.
अधिकारियों ने बताया कि मारपीट के घटनाक्रम के विरोध में एमवायएच के जूनियर डॉक्टरों ने घंटे भर तक काम बंद रखा. हालांकि, आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद वे काम पर लौट आए.