पिथौरागढ़: उत्तराखंड पुलिस ने बीते रविवार को पिथौरागढ़ जिले में सेना की एक यूनिट में डाक मत-पत्रों से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने वाले कुमांऊ रेजीमेंट के पांच जवानों को चिह्नित किया है. सभी जवानों को एक सप्ताह के भीतर पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है.
पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि कुमांऊ रेजीमेंट के पांच जवानों को पिछले दिनों वायरल हुए उस वीडियो के संबंध में चिह्नित किया गया है, जिसमें कथित तौर पर सेना की वर्दी पहने एक व्यक्ति एक के बाद एक कई डाक मत-पत्रों पर निशान लगाते और दस्तखत करते देखा जा सकता है.
उन्होंने बताया कि चिह्नित किए गए पांच जवानों में से चार वीडियो क्लिप में नजर आ रहे हैं, जबकि पांचवां वह है, जिसे यह वीडियो सबसे पहले भेजा गया.
सिंह ने कहा कि सभी जवानों को एक सप्ताह के भीतर पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगर उन्होंने डाक मत-पत्र नष्ट कर दिए हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अगर मत-पत्र मिल जाएंगे तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा.
बीते 22 फरवरी को सेना की वर्दी पहने एक व्यक्ति के कथित तौर पर कई डाक मत-पत्रों पर निशान लगाने और दस्तखत करने संबंधी वीडियो को मंगलवार को ट्विटर पर साझा करते हुए कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा था कि क्या चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेना चाहेगा?
बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मिलकर चुनाव आयोग से इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की जांच का आग्रह किया था.
इस बीच मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले डीडीहाट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल ने दोषियों के खिलाफ भारतीय सेना की छवि को धूमिल करने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
इससे पहले बीते 26 फरवरी को उत्तराखंड भाजपा ने कांग्रेस से मांग की थी कि वह डाक मत-पत्र से कथित तौर पर छेड़छाड़ के ‘फर्जी’ वीडियो को लेकर सार्वजिनक तौर पर माफी मांगे.