सतना: शहर में शनिवार को मुख्त्यारगंज से शुरू हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा भाजपा कार्यालय भरहुत नगर होते हुए सिटी कोतवाली तक चला। बस मालिक भाजपा नेता द्वारा शाम 4 बजे पार्टी कार्यालय के बाहर आत्मदाह की चेतावनी के चलते एक तरफ जहां पुलिस प्रशासन बेहद चौकन्ना रहा वहीं पार्टी-संगठन के पसीने छूट गए। हालांकि मोबाइल लोकेशन के आधार पर भाजपा नेता को मुख्त्यारगंज से दो घंटे पहले ही पुलिस ने धर लिया लेकिन इतनी देर में संगठन की किरकिरी हो चुकी थी।
मझगवां निवासी बस ट्रांसपोर्टर और भाजपा नेता श्रीकृष्ण मिश्र ने संगठन व सरकार पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा नेता व मिश्र बंधु बस सर्विस के संचालक श्रीकृष्ण मिश्र के आरोप के अनुसार बीते माह 8 दिसम्बर को बारात छोडऩे जा रही उनकी बस एमपी19 पी 0390 से पहलवानपुरवा नारायणपुर के पास बांदा के नरैनी से विधायक राजकरण कबीर की स्कार्पियो यूपी90डब्ल्यू 5200 टकरा गई। विधायक की गाड़ी गलत साइड से आ रही थी। गाड़ी में मामूली टक्कर के बावजूद विधायक कबीर ने अपने साथियों के साथ बस के चालक-परिचालक से मारपीट र्की। दोनों से सात हजार रुपए सहित मोबाइल भी छीन लिये गए। घटना स्थल थाना बरौंधा का था, लेकिन रसूख के दम पर नरैली विधायक यूपी के फतेहगंज पुलिस को बुलाकर बस सहित चालक-परिचालक को ले गए। श्रीकृष्ण मिश्र ने बताया कि सतना कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद चालक-परिचालक को फतेहगंज पुलिस ने छोड़ दिया, लेकिन इसके पहले एफआइआर दर्ज कर ली थी। एक माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी बस वहीं थाना में खड़ी है।