नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ‘काले कानूनों की वापसी अहंकार की हार है, यह किसानों की जीत है.’
उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की जीत है जनता इन्हें माफ नहीं करेगी, इन्हें साफ करने का काम करेगी जनता आने वाले समय में.’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के इस निर्णय को चुनाव को देखते हुए लिया गया फैसला बताया और कहा कि जिस तरह से जनता सड़कों पर आ गई, हो सकता है उसकी वजह से घबराकर सरकार को ये फैसला वापस लेना पड़ा हो.
यादव ने सवाल उठाया कि मोदी सरकार भविष्य में, यानी कि चुनाव के बाद, इस तरह का कानून नहीं लाएगी, इसका आश्वासन कौन देगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे किसान प्रदर्शन के दौरान जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया, कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है कि अन्नदाता के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है.