पटना- बिहार के समस्तीपुर की जिला अदालत ने पत्रकार विकास रंजन की हत्या के मामले में 14 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
पत्रकार की हत्या 25 नवंबर, 2008 को समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल में कर दी गई थी। मृतक के परिजनों ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के रोसड़ा प्रखंड अध्यक्ष स्वयंवर यादव समेत 14 लोगों पर आरोप लगाया था।
इस मामले में अभियोजन पक्ष की वकील हीरा देवी ने कहा कि पत्रकार विकास रंजन की हत्या भूमि विवाद को लेकर की गई थी। उसका विवाद अपने चचेरे भाई से था। घटना के 13 साल बाद फैसला आया।
हीरा देवी ने कहा, विकास रंजन के रिश्तेदारों ने उसे मारने की साजिश रची थी। उन्होंने उसे खत्म करने के लिए गुंडों को काम पर रखा था। उसका शव 25 नवंबर, 2008 को रोसड़ा में मिला था।
उन्होंने कहा, हमने अदालत में जीवन के लिए खतरनाक ऑडियो और वीडियो क्लिप सहित मजबूत सबूत पेश किए। आरोपी ने दिन के उजाले में कई बार विकास रंजन और उसके परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। हमने अदालत में कई चश्मदीद गवाह भी पेश किए, जिससे न्याय पाने में मदद मिली।