भोपाल, 26 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में सोमवार को 66वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। राजधानी भोपाल में राज्यपाल रामनरेश यादव ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आज एक नई पहचान बनाकर सुशासन व जनकल्याण की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।
भोपाल के लाल परेड मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राज्यपाल रामनरेश ने कहा कि 26 जनवरी, 1950 को हमने संविधान को अंगीकार कर गणतंत्र का रूप लिया। आज हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इसका श्रेय हमारे संविधान के निर्माताओं और लोकतंत्र की परंपराओं को मजबूत करने वाली संस्थाओं को जाता है। जैविक खेती पर चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि देश के कुल जैविक कृषि उत्पादन में मप्र की भागीदारी 40 प्रतिशत है। कृषि कार्य के लिए लगभग 10 घंटे बिजली दी जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि कृषि से सम्बद्ध अन्य क्षेत्रों के विकास पर भी ध्यान दिया गया है। श्रम कानूनों में समय की मांग के अनुरूप बदलाव किए गए हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं।
राज्य में स्वच्छता के लिए चलाए जा रहे अभियान की चर्चा करते हुए रामनरेश ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 37 लाख से ज्यादा ग्रामीण घरों में व्यक्तिगत शौचालय बन चुके हैं। तीन हजार से ज्यादा गांव खुले में शौच करने की बुराई से मुक्त हो गए हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगर मालवा जिले में गणतंत्र दिवस समारोह में ध्वजारोहण के बाद परेड की सलामी। उन्होंने कहा कि राज्य की तस्वीर बदल रही है। अब हमारा राज्य पिछड़ा नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि हमें आजादी अंग्रेजों ने चांदी की तश्तरी में परोस कर नहीं दी थी। हजारों जवानों की शहादत के बाद हमें यह आजादी मिली है। आज भी हमारे सैनिक देश की सीमाएं सुरक्षित रखने के लिए बलिदान दे रहे हैं। राज्य को बदलने का क्रम जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो विकास हुआ है, वह एक पड़ाव है, इसे और आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि एक तरफ कृषि विकास दर बढ़ी है तो अब औद्योगिक विकास की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। राज्य में बदलाव का क्रम जारी है।