नई दिल्ली- काबुल में रूसी राजदूत दिमित्री झिरनोव ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था में विशेष रूप से रिसोर्स डिपोजिट को लेकर मास्को की भागीदारी के लिए तैयार है।
न्यूज एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने बताया, तालिबान हमारे लिए अर्थव्यवस्था में भागीदारी के लिए तैयार है, जिसमें डिपोजिट एक्सप्लॉइटेशन भी शामिल है।
राजनयिक के अनुसार, तालिबान मध्य एशियाई राज्यों के साथ परिवहन और ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने में भी रुचि रखता है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि तालिबान व्यापार पर काम करने के लिए मध्य एशिया के साथ शांतिपूर्ण सीमा बनाने में दिलचस्पी रखता है।
उन्होंने कहा, तालिबान का कोई विकल्प नहीं है, यह शब्द के सभी अर्थों में एक वास्तविकता है, यह एक वास्तविकता है कि यह न केवल राजधानी बल्कि पूरे देश को पहले से ही नियंत्रित कर रहा है।
नए अफगान प्रशासन के बारे में बोलते हुए, राजदूत ने कहा कि किसी विशिष्ट व्यक्ति का नाम लेना जल्दबाजी होगी।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि नए प्रशासन की रूपरेखा जल्द ही सामने आ जाएगी। जहां तक मुझे पता है, अब विभागों का आवंटन किया जा रहा है।
झिरनोव ने यह भी कहा कि तालिबान काबुल से अमेरिकी सेना की वापसी के मुद्दे पर समझौता करने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा, मुझे पता है कि तालिबान हवाई अड्डे के मुद्दे पर अमेरिका के साथ वार्ता कर रहा है। तालिबान स्थिति का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। वे रक्तपात नहीं चाहते हैं।