मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति के लिए धरने पर बैठे हैं ,बेरोजगार प्रदर्शन कर रहे हैं ,पुलिस इन पर लाठियां बरसा रही है युवा अपने भविष्य के प्रति चिंतित हो सड़कों पर पुलिस की लाठियां खा रहा है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और सत्ता में उनके भागीदार महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया बाजीराव पेशवा के गुणगान में व्यस्त हैं जो भूतकाल हो चुका है ,बाजीराव आज के युवाओं की समस्या हल नहीं कर सकते आज के मुख्यमंत्री ही उन समस्याओं को हल कर सकते हैं लेकिन मुख्यमंत्री और फायरब्रांड नेता जिनके सहयोग से भाजपा पुनः सरकार में आयी महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जनयात्रा निकाल बाजीराव पेशवा के गुणगान में व्यस्त हैं.
भोपाल- सरकारी शिक्षक पदों के लिए तीन साल पहले चयनित हो चुके लोगों ने उन्हें औपचारिक नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को यहां मध्य प्रदेश की सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। महिलाओं सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी अपने हाथों में राखियों से सुसज्जित थाली लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और धरने पर बैठ गये।
प्रदर्शनकारियों के मुताबिक वर्ष 2018 में 22,000 शिक्षकों का चयन किया गया था लेकिन उन्हें राज्य सरकार द्वारा अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए। एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा, ‘‘हम चयनित शिक्षक हैं, लेकिन पिछले तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं । हम सभी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर ली है। हम नियुक्ति पत्र के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं । यह सरकार पिछले डेढ़ साल से दस्तावेजों का सत्यापन कर रही है।’’
एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा कि अधिकारी हमें सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज अनशन किया है। हम चाहते हैं कि मामा जी (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, जिन्हें मामा जी के नाम से जाना जाता है) आयें और हमसे राखी बंधवाने के बाद हमें नियुक्ति पत्र दें।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि चयनित शिक्षकों के साथ न्याय होना चाहिए। कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘शिवराज जी, रक्षा बंधन के पावन पर्व के अवसर पर यह हजारों चयनित शिक्षक बहने आपको राखी बांधकर उपहार में अपना नियुक्ति पत्र माँग रही हैं। इनकी आँखें से आँसू बह रहे हैं। ये अपना घर बार छोड़कर भाजपा कार्यालय के सामने सड़कों पर बैठी हैं। इन बहनों के साथ न्याय कीजिये।’’
वहीँ बेरोजगारी के मुद्दे पर कई युवा प्रदर्शन करने पहुंचे जिन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ी. बल प्रयोग कर पुलिस ने सैकड़ों युवाओं को गिरफ्तार किया है. हालांकि मुख्यमंत्री केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जनआर्शिवाद यात्रा में व्यस्त हैं. मध्यप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से बेरोजगार युवा आए तो सरकारी नौकरी मांगने थे, लेकिन मिली सरकारी लाठियां. अलग-अलग जिलों से आए युवाओं का एक दल पुलिस मुख्यालय तक पैदल मार्च करते पहुंचा, पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमाझटकी हो गई. वहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.