आगर-मालवा- राज्य के आगर मालवा जिले के धानियाखेड़ी में झोलाछाप डॉक्टर का एक मामला सामने आया है। ये झोलाछाप बगीचे में लोगों को जमीन पर लिटाकर ही उनका इलाज कर रहा था। यहां तक कि लोगों को सलाइन की बोतल पेड़ों से लटकाकर चढ़ाई जा रही थी। मामला सामने आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का दल यहां पहुंचा, लेकिन तब तक झोलाछाप अपने परिवार समेत फरार हो चुका था। दल को केवल पेड़ों पर टंगी बोतलें मिलीं।
दल को कुछ सामग्री जैसे कि सीरिंज और दवाइयों के पत्ते अधजली अवस्था में मिले हैं। दरअसल, इलाके में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और ग्रामीणों में अस्पताल में इलाज कराने को लेकर अलग ही डर व्याप्त है। उन्हें डर है कि अगर वे सरकारी अस्पताल जाएंगे तो उन्हें कोरोना वायरस का मरीज बताकर भर्ती कर लिया जाएगा। ऐसे में लोग तबीयत खराब होने पर झोलाछाप की ओर रुख कर रहे हैं और अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं।
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