मथुरा, 25 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मथुरा को जल्द ही शामिल किया जा सकता है। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप सिंह ने दिल्ली में एक बैठक के बाद यह जानकारी दी।
सिंह ने कहा कि बैठक में इस विषय के संबंध में सभी जानकारियां दे दी गई हैं। इस बैठक में छह अन्य जिलों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। मथुरा, आगरा और दिल्ली के बीच स्थित है। इस वजह से मथुरा में महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा और पर्यटन केंद्र के रूप में विकास की अद्भुत क्षमता है। भरतपुर पहले से ही एनसीआर का हिस्सा है और अब मथुरा की भी एनसीआर में शामिल होने की प्रबल संभावनाएं हैं।
“एनसीआर का हिस्सा बन जाने पर मथुरा को अधिक पूंजी की मदद से बेहतर और अधिक समन्वित शहरी विकास के साथ कई तरीके से लाभ होगा।”
यमुना एक्सप्रेसवे खुलने के साथ दिल्ली से मथुरा डेढ़ घंटे की दूरी पर है। राजग सरकार ने मथुरा को विरासत शहरों में शामिल किया है, जिससे बुनियादी ढांचागत विकास के लिए इसे अधिक केंद्रीय सहायता मिलेगी।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने पत्रकारों को यहां लोगों को बताया कि एनसीआर में मथुरा के शामिल हो जाने से पलवल से आगे मेट्रो सेवा के विस्तार की संभावना बढ़ जाएगी।
मोदी सरकार ने मथुरा-वृंदावन के लिए एक सहयोग पैकेज का आश्वासन दिया है और सरकार की जिले के लिए एक व्यापक विरासत विकास योजना लागू करने की योजना है।
अगले सप्ताह विश्व बैंक का गरीबों के हित में पयर्टन को बढ़ावा देने वाला दल स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और छोटे विपणन प्रतिष्ठानों के लिए अंतिम रूपरेखा तैयार करने के लिए मथुरा में होगा। मथुरा हाट को भी जल्द शुरू किया जाएगा।