कोलकाता- पश्चिम बंगाल के धूपगुरी इलाके में एक वरिष्ठ नागरिक की कथित रूप से कोविशील्ड टीका लगवाने के बाद मौत हो गई. इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया जलपाईगुड़ी के कारोबारी कृष्ण दत्ता (64) की मौत एक स्थानीय अस्पताल में हुई जहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था.
अधिकारी ने बताया, ‘दत्ता ने सोमवार को टीका लगवाया था और रात में उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी तो उन्हें एक अस्पताल ले जाया गया जहां थोड़े समय बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.’
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को पहले ही कुछ बीमारियां थीं. बाद में उनके परिवार के सदस्यों ने शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि उनकी मौत अप्राकृतिक है.
अधिकारी ने कहा कि दत्ता के शव को पोस्टमार्टम के लिए जलपाइगुड़ी राज्य जनरल अस्पताल में भेजा गया है.
इस बीच स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को कुल 1,60,435 लोगों को कोविड रोधी टीका लगाया गया है.
उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल में टीका लगने के बाद प्रतिकूल प्रभाव का कोई मामला सामने नहीं आया है.
हालांकि जनवरी महीने में पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान-दुर्गापुर क्षेत्र में कोरोना का टीका लगने से चार लोगों के बीमार पड़ने के बाद कोविड-19 टीकाकरण अभियान रोक दिया गया था.
मंगलवार तक राज्य में 18.43 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि बंगाल में मंगलवार को कोरोना वायरस के 188 नए मामले आए और एक व्यक्ति की मौत हुई। इसके बाद कुल मामले 5,77,026 पहुंच गए हैं जबकि 10,281 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है.
राज्य में 3,144 लोग संक्रमण का इलाज करा रहे हैं जबकि 5,63,601 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.
मालूम हो कि कोरोना वायरस की रोकथाम से संबंधित टीके लगाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से मौत के मामले सामने आए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक बीते तीन मार्च तक टीकाकरण के बाद पूरे देश में 40 लोगों की मृत्यु होने की सूचना दी गई थी. 17 मामलों में पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया.
बीते 19 फरवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 टीकाकरण पर जारी बुलेटिन में बताया गया था कि 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण अभियान के बाद बीते 19 फरवरी तक (35 दिनों के भीतर) कुल 34 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 14 लोगों की मौत अस्पताल में, जबकि 20 की मौत अस्पताल के बाहर दर्ज की गई थी.