तिरुवनंतपुरम, 24 जनवरी (आईएएनएस)। केरल सरकार के वाणिज्य कर विभाग ने कुछ ई-कॉमर्स कंपनियों व पोर्टलों पर 54 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऐसी कुछ और कंपनियों पर जुर्माना किया जाएगा।
विभाग ने शुक्रवार को फ्लिपकार्ट, जबांग तथा अन्य दो कंपनियों पर जुर्माना लगाया।
विभाग ने पाया कि ई-कॉमर्स कंपनियां केरल मूल्य संवर्धित कर अधिनियम 2003 तथा ऐसी ही कुछ और कर नियमों का उल्लंघन कर रही हैं।
पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, “कल (शुक्रवार) जो कुछ भी हुआ, वह तो बस शुरुआत भर है। ईबे तथा एमेजॉन जैसी बड़ी कंपनियां भी मुकदमे की जद में आने जा रही हैं। कई और कंपनियों को जल्द ही दंड भुगतना पड़ेगा।”
शुक्रवार को किया गया जुर्माना साल 2012-13 तथा 2013-14 के लिए है।
अधिकारी ने कहा, “हमने ऐसी सभी कंपनियों को नोटिस भेज दिया है और सभी ने हमारे साथ सहयोग किया है। केरल ऐसा पहला राज्य है, जो इस तरह की व्यापक कार्रवाई को अंजाम दे रहा है।”
केरल सरकार द्वारा स्थापित स्वायत्त शोध संस्थान गुलाटी वित्त एवं कर संस्थान के निदेशक जोस जैकब ने आईएएनएस से कहा कि वे अगले सप्ताह इस विषय पर प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपेंगे।
उन्होंने कहा, “हमने पाया कि राज्य में ई-कॉमर्स लेनदेन में नाटकीय रूप से बढ़ोतरी हो रही है। हमारे अनुमान के मुताबिक, राज्य को हर साल एक हजार करोड़ रुपये की चपत लगी है और अगर इसका उपाय न किया गया, तो यह आंकड़ा बढ़ सकता है। वस्तु एवं सेवा कर को लागू करना इससे निजात पाने का एक उपाय है।”