गुड़गांव, 24 जनवरी (आईएएनएस)। गुड़गांव के पास पोलियो का एक संदिग्ध मामला सामने आया है, और 18 माह की एक बच्ची से लिए गए नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
गुड़गांव, 24 जनवरी (आईएएनएस)। गुड़गांव के पास पोलियो का एक संदिग्ध मामला सामने आया है, और 18 माह की एक बच्ची से लिए गए नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
एक चिकित्सक ने यहां बताया कि गुड़गांव शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर पटौदी के नजदीक हेली मंडी निवासी बच्ची में पोलियो के लक्षण पाए गए।
बच्ची के दादा ने कहा कि वह अपने माता-पिता की सबसे छोटी औलाद है, और उसका दायां पैर प्रभावित हो गया है।
बच्ची का दायां पैर 10 दिन पहले उस समय अचानक सुन्न हो गया, जब वह खेल रही थी।
परिवार के एक सदस्य ने कहा, “हम उसे लेकर एक निजी चिकित्सक के पास गए, जिसने इसे पोलियो बताया।”
दो अन्य चिकित्सकों से परामर्श किया गया और उन्होंने भी इस बीमारी के बारे में एक जैसी बातें कही। उसके बाद इस बारे में सिविल अस्पताल के चिकित्सकों को सूचित किया गया।
सिविल सर्जन पुष्पा बिस्नोई ने आईएएनएस से कहा, “हम मानते हैं कि यह मामला अक्यूट फ्लैसिड पैरालिसिस (एएफपी) का हो सकता है, जिसके कई कारण हो सकते हैं। एएफपी अचानक होता है।”
बच्ची से लिए गए नमूने एक सप्ताह पूर्व हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित केंद्रीय अनुसंधान संस्थान भेजे गए हैं।
बिश्नोई ने कहा, “मामले की जांच चल रही है। इसमें परिणाम आने में लगभग 10 दिन लग सकते हैं। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस तरह की जांच एक नियमित मामला है। पिछले वर्ष ऐसे 75 मामले सामने आए थे और सभी नकारात्मक पाए गए थे। इस वर्ष यह पहला नमूना भेजा गया है और हमें आशा है कि यह रपट भी नकारात्मक होगी।”
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 2011 में भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर चुका है। लेकिन पोलियो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाईजीरिया और सोमालिया जैसे कई देशों में अभी भी बरकरार है।