इंदौर – नवजात बच्चों को बेचने वाले गिरोह से जुड़े तीन और आरोपितों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दो माह और दो साल के दो बच्चे भी बरामद किए हैं। आरोपितों में नर्सिंग होम के रिसेप्शनिस्ट खंडवा रोड पर निवासी अमित पुत्र मदन हाड़े, बच्चा बेचने वाली मालवा मिल निवासी मधु उर्फ मेहनाज पुत्र युसूफ खान और बच्चों को खरीदने वाली आंबेडकर नगर की रीत ठाकरे उर्फ रीत मकवाने पत्नी हरि सिंह शामिल है। रीत ठाकरे के पास से 2 महीने और दो साल के दो बच्चे बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया। आरोपित निसंतान दंपती ढूंढते थे और व्हॉट्सएप पर बच्चों के फोटो के साथ उनकी कीमत लिखकर भेजते थे। पुलिस को फरियादी महिला से इस तरह के फोटो भी मिले हैं। हालांकि गिरोह के पांच सदस्यों के पकड़े जाने के बाद भी पुलिस अब तक यह पता नहीं लगा सकी है कि आरोपितों ने अब तक कितने बच्चे बेचे हैं।
आरोपितों ने बताया कि बुधवार को जिस 10 दिन की बच्ची को बेचने का सौदा हुआ था, उसमें शिल्पा, तेजकरण और मधु उर्फ मेहनाज खान के अलावा राय नामक डॉक्टर भी शामिल था। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। रिसेप्शनिस्ट अमित हाड़े ने डॉ. राय को मधु के पास बच्चा बेचने के लिए भेजा था। मधु ने शिल्पा और तेजकरण को बच्चा दिया था। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने बच्चा खरीदने वाली आंबेडकर नगर की महिला रीत ठाकरे को दो बच्चे बेचे थे। दो माह का बच्चा कुछ दिन पहले ही महिला ने खरीदा जबकि दूसरा बच्चा करीब दो साल पहले खरीदा था। रीत ठाकरे ने बताया कि शादी को पांच साल से ज्यादा हो गए थे लेकिन बच्चा नहीं हुआ। आरोपितों ने बच्चा खरीदने के लिए संपर्क किया। दोनों बच्चों को सौदा एक लाख 20 हजार रुपये में हुआ। पुलिस ने रीत को गिरफ्तार कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है।