नई दिल्ली, 16 अगस्त – एयर इंडिया ने अब स्वीकार किया है कि बेहतर विकल्पों की चाह में 57 पायलटों ने वित्तीय मजबूरी का हवाला देते हुए एयरलाइन की सेवाओं से इस्तीफा दे दिया था। आईएएनएस ने यह रिपोर्ट सबसे पहले दी थी कि 50 पायलटों को अवैध रूप से बर्खास्त कर दिया गया है। एयर इंडिया ने पायलटों के इस्तीफे की स्वीकृति के मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी किया।
एयर इंडिया ने एक बयान में कहा है, “इस मामले का तथ्य यह है कि इन पायलटों (संख्या में 57) ने बेहतर विकल्प की चाह में वित्तीय मजबूरी का हवाला देते हुए एयर इंडिया की सेवाओं से इस्तीफा दे दिया था।”
एयर इंडिया ने कहा, “इनमें स्थायी और संविदा पर नियुक्त पायलट शामिल हैं। कुछ पायलटों ने बाद में अपने इस्तीफे वापस ले लिए थे। एयर इंडिया को अब इन पायलटों की सेवाओं की आवश्यकता नहीं है और इनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं।”
बयान में कहा गया है कि इनमें से कुछ पायलटों ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है जिसमें उन्होंने आग्रह किया है कि एयर इंडिया को उनके इस्तीफों को स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया जाए। यह मामला अदालत में विचाराधीन है।
शुक्रवार को एयर इंडिया के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक राजीव बंसल को लिखे एक पत्र में भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ (आईसीपीए) ने कहा कि लगभग 50 पायलटों को कंपनी के ऑपरेशन मैनुअल और सेवा नियमों के उल्लंघन में कार्मिक विभाग से अवैध टर्मिनेशन लेटर प्राप्त हुए हैं।