हांगकांग- हांगकांग में मीडिया क्षेत्र की प्रभावशाली हस्ती 72 वर्षीय जिम्मी लाय को विदेशी ताकतों के साथ साठगांठ के संदेह में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके सहयोगी ने यह जानकारी दी.
पिछले साल हुए प्रदर्शनों के बाद हांगकांग में चीन की ओर से लागू किए गए नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत यह सबसे हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी है.
मार्क सिमोन ने ट्विटर पर कहा, ‘जिम्मी लाय को इस वक्त विदेशी शक्तियों के साथ मिलीभगत के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.’
हांगकांग पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का उल्लंघन करने के संदेह में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन बयान में गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम का ब्योरा नहीं दिया गया है.
लोकप्रिय टेबलॉयड ‘एप्पल डेली’ के मालिक लाय हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में आवाज उठाने वाली प्रमुख हस्ती हैं और लगातार चीन के निरंकुश शासन की आलोचना करते हैं.
सिमोन ने कहा कि पुलिस ने लाय और उनके बेटे दोनों के घर के साथ-साथ मीडिया समूह ‘नेक्स डिजिटल’ के अन्य सदस्यों के घरों की भी तलाशी ली.
एप्पल डेली की रिपोर्ट के अनुसार, लाय के बड़े बेटे तिमोथी, दूसरे बेटे इयान और समूह के वरिष्ठ प्रबंधन के तमाम सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है, जो एप्पल डेली अखबार के प्रकाशन से जुड़े हुए थे.
पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शन के लिए लाय पर पहले से ही प्रदर्शन के लिए अवैध तरीके से भीड़ जुटाने सहित कई अन्य आरोप हैं.
लाय की ही तरह एप्पल डेली भी लोकतंत्र का पक्षधर रहा है और हांगकांग में अक्सर अपने पाठकों से लोकतंत्र के समर्थन वाले प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की अपील करता है.
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट के एशिया प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर स्टीवन बटलर ने कहा, इसने हमारी उस सबसे बुरी आशंका को सही साबित कर दिया कि हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का उपयोग लोकतंत्र समर्थक राय को दबाने और प्रेस स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के लिए किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘जिम्मी लाय को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और सभी आरोप वापस लिए जाने चाहिए.’
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून 30 जून को प्रभावी हुआ था और इसे असहमति को दबाने के तरीके के तौर पर देखा जा रहा है.
इस विवादित कानून के खिलाफ हांगकांग में लगातार विरोध प्रदर्शन होते आ रहे हैं. लोकतंत्र समर्थक लोगों का कहना है कि इस कानून का उद्देश्य पूर्व में ब्रिटेन के उपनिवेश रहे हांगकांग पर चीन के नियंत्रण को और मजबूत करना है.
मालूम हो कि हांगकांग ब्रिटिश उपनिवेश रहा है. साल 1997 में इसे ‘एक देश दो सरकार’ सिद्धांत के तहत चीन को सौंप दिया गया था. इस सिद्धांत के तहत हांगकांग को एक तरह की स्वायत्तता मिली हुई है.
हांगकांग का शासन 1200 सदस्यों की चुनाव समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा चलाया जाता है.