भोपाल, 9 अगस्त – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन के बाद भोपाल पहुंचे हैं। वे रविवार और सोमवार को मध्य व मालवा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद कर कोरोना के काल में किए गए कार्यो की समीक्षा करेंगे। साथ में आगामी नई योजना पर भी मंथन होना भी तय है। संघ मध्यभारत प्रांत के प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश सिसोदिया ने बताया, “संघ प्रमुख भोपाल पहुंच गए है। वे यहां दो दिवसीय प्रवास पर आए हैं। इस दौरान वे प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत संवाद करेंगे तथा कोरोना संकट में स्वयंसेवकों द्वारा किये गए सेवा कार्यो की समीक्षा करेंगे। साथ ही भविष्य के सेवा कार्यो की योजना पर भी विस्तृत चर्चा होगी।”
अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद सरसंघचालक मोहन भागवत दो दिन के लिए मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रवास पर होंगे। इस दौरान वह ठेंगडी भवन में मध्यभारत व मालवा प्रांत के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न सत्रों में भाग लेने वाले हैं।
सिसोदिया ने बताया कि प्रवासी श्रमिक लॉकडाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। देश भर से प्रवासी श्रमिकों की घर लौटने की तस्वीरें सामने आयीं, इस स्थिति में स्वयंसेवक प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए आगे आये। स्वयंसेवकों ने 69 सेवा कैंप लगाए जिनके माध्यम से लगभग 22 हजार श्रमिकों तक सहायता पहुंचाई। भोजन, चिकित्सा के अलावा वाहन व्यवस्था भी की गई है।
बताया गया है कि इस महामारी में प्रभावित लोगों को विभिन्न प्रकार की उपयोगी जानकारी देने के लिए स्वयंसेवकों ने कोरोना सहायता केंद्र बनाये। जहां लोगों को सरकारी मदद, इलाज, रोजगार इत्यादि विषयों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
संघ के सूत्रों का कहना है कि दो दिन संघ प्रमुख विभिन्न प्रमुख कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। कोरोना काल में अब तक के कामों की समीक्षा के साथ आगामी समय में जनसमान्य के लिए क्या किया जाए इस पर भी विचार प्रस्तावित है। वर्तमान दौर में किस वर्ग की कौन से समस्याएं बडी है और उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए, इसकी कार्ययोजना भी बनाई जा सकती है।
ज्ञात हो कि इससे पहले जुलाई माह में भी पांच दिन के लिए संघ प्रमुख का भोपाल प्रवास हुआ था और अब अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन हेाने के बाद दो दिन का भोपाल प्रवास हुआ है, जिसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।