नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। कारोबारी साल 2014-15 की अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.93 प्रतिशत बढ़ कर 546,661 करोड़ रुपये हो गया है। उद्योगों से प्राप्त करों में शानदार वृद्धि से सरकार का सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़ा है।
बीते कारोबारी वर्ष 2013-14 की अवधि के दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 484,063 करोड़ रुपये रहा था। यह जानकारी सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से मिली है।
उद्योगों से प्राप्त करों का सकल संग्रह 12.79 प्रतिशत बढ़ कर 350,494 करोड़ रुपये रहा है, जबकि व्यक्तिगत आयकर 12.62 प्रतिशत बढ़ कर 190,391 करोड़ रुपये रहा है।
प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) से अर्जित कर संग्रह 43.44 प्रतिशत बढ़ कर 4,940 करोड़ रुपये रहा।
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 7.41 प्रतिशत बढ़ कर 448,401 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 417,477 करोड़ रुपये रहा था।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान अग्रिम कर संग्रह बढ़ कर 13.15 प्रतिशत हो गया है। वहीं पिछले साल की अवधि के दौरान यह 8.76 प्रतिशत रहा था।