बीजिंग, 30 अप्रैल -अमेरिका में कोरोना वायरस रोगी पुष्ट होने से अभी तक संक्रमित लोगों की संख्या दस लाख के पार हो गयी है और मृतकों की संख्या भी पचास हजार तक जा पहुंची है, जो अन्य किसी भी देश से अधिक है। न्यूयार्क टाइम्स आदि की रिपोर्ट है कि 18 जनवरी को अमेरिका में प्रथम मामले की पुष्टि के बाद अमेरिकी स्वास्थ्य और सार्वजनिक सेवा मंत्री एलेक्स एजार ने व्हाइट हाउस को महामारी के खतरे के बारे में सूचित किया, लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसे अनदेखा किया। फरवरी माह की शुरू में राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह अनुमान लगाया था कि महामारी अप्रैल तक खत्म हो जाएगी।
फरवरी के अंत तक अमेरिका में केवल चार हजार लोगों का वायरस परीक्षण किया गया। लेकिन 13 मार्च को जब अमेरिका में आपातकाल घोषित किया गया तब तक महामारी की रोकथाम करने के लिए सबसे अच्छा मौका हाथ से निकल चुका था। महामारी पूरे देश में फैलने लगी।
दूसरी तरफ अमेरिका में चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है। विभिन्न स्टेट में सार्वजनिक चिकित्सा व्यवस्थाएं महामारी को रोकने में असमर्थ रहीं। कुछ चिकित्सा कर्मियों को सुरक्षा कपड़े भी प्राप्त नहीं हुए। इसके अलावा अमेरिकी सरकार ने सक्रियता से महामारी को रोकने के बजाये दूसरे के सिर पर दोष मढ़ने की कोशिश की। राष्ट्रपति ट्रम्प ने जनवरी में चीन में महामारी रोकथाम कार्यों की भुरि-भुरि प्रशंसा की थी। लेकिन आज उन्होंने चीन के खिलाफ महामारी को छिपाने की आलोचना की। 14 अप्रैल को ट्रम्प ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को वित्तीय सहायता बन्द करने की घोषणा की और महामारी की सूचना साझा करने आदि सवालों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की आलोचना की।