इंदौर, 28अप्रैल – कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर मध्यप्रदेश के इंदौर में है। यहां के एक चिकित्सक ने कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के बाद अन्य मरीजों के लिए प्लाज्मा दान तो किया ही, साथ ही उन्होंने स्वस्थ हो चुके दूसरे मरीजों को भी प्लाज्मा दान करने को प्रेरित करने का अभियान भी छेड़ दिया है।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी को मिल रही सफलता के मद्देनजर मध्यप्रदेश में भी प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी दे दी है। इंदौर के श्री अरविंदो चिकित्सा महाविद्यालय को इस थेरेपी को अपनाने की अनुमति भी मिली है।
पिछले दिनों डॉ. इजहार मुंशी और डॉ इकबाल कुरेशी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उनका इलाज हुआ। वे स्वस्थ हो चुके हैं। डॉ. मुंशी स्वयं सरकारी चिकित्सक हैं। वे बताते हैं कि जब वह कोरोना से स्वस्थ होने यानी उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वे क्वारंटाइन चल रहे थे, तभी उन्हें प्लाज्मा थेरेपी के बारे में पता चला। लिहाजा, उन्होंने प्लाज्मा दान करने का निर्णय लिया और प्लाज्मा दान कर भी चुके हैं। अब उन्होंने तय किया है कि वे ऐसे लोगों के बीच जाएंगे जो कोरोना की जंग जीत चुके हैं, ताकि उनका प्लाज्मा दूसरे मरीजों की जीवन रक्षा करने में मदद करें।
डॉ. मुंशी का कहना है कि वे स्वयं चिकित्सक हैं, स्वस्थ हो चुके हैं। मरीजों को बेहतर तरीके से बता सकेंगे कि रक्त से प्लाज्मा निकलने पर किसी भी तरह का नुकसान संबंधित व्यक्ति को नहीं होता है।
डॉ. मुंशी के अनुसार, उन्हें कुछ दिन बुखार आया था। जांच कराई, मगर किसी तरह के कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। उसके बाद भी बुखार आया तो उन्होंने कोरोना की जांच कराई एक अप्रैल को, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उन्हें अरविंदो अस्पताल में भर्ती किया गया।
डॉ. मुशी का कहना है कि उनके साथी डॉ. इकबाल ने भी अपना प्लाज्मा दान किया है। अब वे उन लोगों के बीच जा रहे हैं जो कोरोना से ठीक हुए हैं। उन्हें इस बात के लिए राजी करेंगे कि वे अपना प्लाज्मा दान कर अन्य लोगों की जीवन रक्षा में मदद करें। उन्होंने कहा, “देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कोरोना पर जीत दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, इसलिए हमें भी इस कोरोना को हराने के लिए आगे आना चाहिए।”