कोलकाता- कोरोना वायरस का असर अब मन्दिर और मठों पर भी दिखने लगा है। मुम्बई के सिद्धि विनायक मंदिर के बाद अब कोलकाता के विश्व प्रसिद्ध रामकृष्ण मिशन में भी पाबंदिया लगा दी गई है। माता काली और रामकृष्ण मठ और मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ में श्रद्धालुओं की आवजाही को नियंत्रित कर दिया गया है। मठ में ‘भोग’ वितरण को सोमवार से ही अनिश्चितकाल तक के लिए रोक दिया गया है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के अपने प्रयासों के तहत मठ ने यह कदम उठाया है। रामकृष्ण मिशन के प्रबंधकों के मुताबिक, रविवार की प्रार्थना के दौरान बार-बार घोषणा की गई कि ‘भोग’ का वितरण 16 मार्च से रोक दिया जायेगा। प्रबंधकों ने बताया है कि रामकृष्ण मिशन श्रद्धालुओं के प्रवेश को भी नियमित करेगा। मिशन सुनिश्चित करेगा कि मंदिर के परिसर में भीड़ न लगे या दर्शन के बाद भी लोग घूमते-फिरते न रहें।
मठ सूत्रों ने बताया है कि मठ में नियमित अनुष्ठानों के अलावा अब से बेलूर मठ में कोई कार्यक्रम नहीं होगा। वहीं, कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में भी प्रबंधन श्रद्धालुओं के आने के समय को घटाने की योजना बना रहा है ।