भोपाल, 10 मार्च – मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर गहराए संकट के बीच कांग्रेस विधायकों की यहां मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को बैठक शुरू हो गई है। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री कमलनाथ कर रहे हैं। कांग्रेस के 19 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जो बैठक में नहीं पहुंचे हैं। संभावना है कि कांग्रेस के विधायक सामूहिक इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं, क्योंकि बाहरी समर्थन से चलने वाली सरकार के 19 विधायकों ने इस्तीफा विधानसभाध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को भेज दिया है। इस सियासी संकट से कैसे निपटा जाए, कांग्रेस में इस पर मंथन सुबह से चल रहा है। विधायकों की मंगलवार सुबह बैठक प्रस्तावित थी, जो शाम को हो रही है।
मुख्यमत्री आवास पर हो रही बैठक में अबतक लगभग 70 विधायक पहुंचे हैं, वहीं अन्य विधायकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस का दावा है कि 90 से 100 विधायक इस बैठक में पहुंच सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव का कहना है कि कांग्रेस की सरकार को कोई खतरा नहीं है, और आगामी 17 मार्च तक इस मामले में इंतजार करना चाहिए।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी विधायक सामूहिक इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से बतौर प्रतिनिधि भोपाल पहुंचे राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी पार्टी हाईकमान का प्रस्ताव भी बैठक के दौरान रख सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 19 समर्थक विधायकों के इस्तीफे की मूल प्रतियां भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभाध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को सौंप दी है।