नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा पुनर्सुधार योजना को मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद किफायती विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने गुरुवार को आगामी गर्मियों के लिए उड़ानों की बुकिंग शुरू कर दी है।
विमानन कंपनी के मुताबिक 29 मार्च से 24 अक्टूबर 2015 के बीच उड़ानों के लिए बुकिग शुरू हो गई है।
बुधवार को मंत्रालय ने नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी की पुनर्सुधार योजना को मंजूरी दे दी।
उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक मंत्रालय ने कंपनी के पुनर्संचालन के लिए पूंजी निवेश के लिए प्रमोटरों के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) को कंपनी की पुनर्सुधार योजना सौंप दी है। सेबी को फैसला करना है कि स्वामित्व के हस्तांतरण के साथ कंपनी को आगे बढ़ने की छूट दी जाए या नहीं।
मौजूदा नियामकों के तहत किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में 25 प्रतिशत से अधिक के लेनदेन के बाद कंपनी ओपन ऑफर (ओएफएस) का प्रस्ताव ला सकती है।
विमानन कंपनी ने सेबी से इस दायरे से बाहर निकलने की मांग की है ताकि वह प्रायोजित सौदे को जारी रख सके। इस सौदे से कंपनी की वित्तीय दशा में सुधार और पुर्नसचालन की उम्मीद है।
विमानन कंपनी ने 15 जनवरी को कहा था कि नियामक मंजूरियों के बाद स्पाइसजेट के वर्तमान प्रमोटर कलानिधि मारन कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को नए प्रमोटर अजय सिंह को बेचेंगे।
इस संदर्भ में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में इसकी सूचना दी गई। हालांकि इसमें किसी वित्तीय जानकारी का जिक्र नहीं किया गया।
स्पाइसजेट के साथ अजय सिंह की यह दूसरी पारी है। गौरतलब है कि 2005 में भूपेंद्र कनसगरा के साथ अजय ने स्पाइसजेट की स्थापना की थी। हालांकि कनसगरा के साथ उन्होंने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी, जिसे 2010 में संपत्ति खरीदारी में माहिर विलबर रॉस ने सन ग्रुप के मालिक कलानिधि मारन को बेच दिया था।
वर्तमान में केएएल एयरवेज के साथ मारन की स्पाइसजेट में 53.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जबकि अजय सिंह की इसमें 4.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। मारन ने लगभग 750 करोड़ रुपये में स्पाइसजेट का अधिग्रहण किया था।
दिसंबर में मारन ने यह स्पष्ट किया था कि स्पाइसजेट को कोई भी नया बेलआउट पैकेज नहीं दिया जा सकता। साल 2010 से कंपनी में लगभग 40 करोड़ डॉलर यानी 2,500 करोड़ रुपये निवेश किए जा चुके हैं।
स्पाइसजेट को उम्मीद है कि नए प्रमोटर के साथ पूंजी के निवेश से कंपनी के संचालन को मजबूती मिलेगी।
कंपनी ने मंत्रालय को भी यह स्पष्ट किया कि अपनी पुनर्सुधार योजना के साथ नये प्रमोटर अजय सिंह स्पाइसजेट के मौजूदा वित्तीय संकट को दूर करने में मदद करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।