इस्लामाबाद, 7 मार्च – पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सरकार ने पत्रकार अजीज मेनन की कथित हत्या मामले की जांच के लिए नौ सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया है। पत्रकार का शव पिछले महीने एक नहर में मिला था। डॉन न्यूज के अनुसार, शुक्रवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि जेआईटी को अपने साक्ष्य 15 दिनों के अंदर जमा करने होंगे और वे किसी भी एजेंसी या विभाग के सदस्यों से सहायता ले सकते हैं।
सिंधी टीवी चैनल केटीएन न्यूज और सिंधी भाषी अखबार ख्वाहिश से जुड़े अजीज का शव नौशहरो फिरोज में नहर में 16 फरवरी को मिला था। उनकी कथित हत्या की आशंका जताई जा रही है।
मारे गए पत्रकार के भाई हाफिज मेनन ने मीडिया को बताया कि अजीज पास के एक गांव में स्टोरी कवर करने गया था, उसके साथ कैमरामैन ओवैस कुरैशी भी था। जाने के कुछ घंटों के बाद ही उसका शव मिला, जिसे इलेक्ट्रिक के तार से बांधा गया था।
अपने 30 साल के लंबे करियर के दौरान 56 वर्षीय पत्रकार को अक्सर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी मिलती रहती थी।
अजीज के शव की बरामदगी के बाद पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि संदिग्ध मौत की जांच के लिए नेशनल एसेंबली स्पीकर की अध्यक्षता में एक जेआईटी का गठन किया जाए।
हालांकि सिंध प्रांत की सत्तारूढ़ पार्टी ने उनकी मांगों का विरोध करते हुए कहा कि अजीज की मौत प्रांतीय मामला है और नेशनल एसेंबली के स्पीकर द्वारा मामले में हस्तक्षेप करते हुए जेआईटी का गठन करने की आवश्यकता नहीं है।