अयोध्या, 7 मार्च -सरकार के 100 दिन पूरे होने पर उद्धव परिवार के साथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे। ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार सांसदों व मंत्रियों के साथ राम जन्मभूमि पहुंचे। इस दौरान ठाकरे रामलला के समक्ष हाथ जोड़कर भावविभोर मुद्रा में नजर आए। शाम करीब चार बजे रामलला का दर्शन कर वह वापस रवाना हुए। पुजारी के अनुसार, उन्होंने बेटे आदित्य व पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ प्रसाद एवं चरणामृत लिया। कुछ देर तक प्रार्थना की और पुजारियों से अपने सांसदों एव मंत्रियों का परिचय कराया। इस दौरान वह भावविभोर नजर आए। एक भक्त अपने आराध्य के समक्ष जिस मुद्रा में होता है, वही भाव दिखा।
उद्धव का अयोध्या का तीसरा दौरा था। इससे पहले उद्धव पार्टी के सांसदों के साथ 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और फिर उसके बाद जून 2019 में अयोध्या पहुंचे थे। उस दौरान वे महाराष्ट्र के शिवनेरी किले की मिट्टी भी अपने साथ ले गए थे। शिवनेरी छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है।
शनिवार को उन्होंने अयोध्या पहुंचकर रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। करीब पांच मिनट तक रामलला के गर्भगृह के समक्ष आराधना मुद्रा में खड़े होकर प्रार्थना की।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या पहुंचते ही होटल व राम जन्मभूमि तक कार्यकर्ताओं का उत्साह ढोल-नगाड़ों के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए दिखा। जैसे ही उद्धव रंगमहल बैरियर पहुंचे, कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया, “देखो-देखो कौन आया, शिवसेना का शेर आया..।” वहीं जय श्रीराम व जय भवानी व जय शिवाजी का उद्घोष भी गूंजता रहा। उनके स्वागत-सम्मान की होड़ रही।
पंचशील होटल से लेकर राम जन्मभूमि मार्ग तक कई स्थलों पर जगह-जगह बैनर और भगवा झंडे लहराते दिखे। उद्धव ठाकरे के दौरे को लेकर मुंबई एवं महाराष्ट्र से एक दिन पहले ही स्पेशल ट्रेन से करीब दो हजार शिवसैनिक अयोध्या पहुंच गए थे।