चेन्नई, 22 जनवरी (आईएएनएस)। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नेता व पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन ने गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) उन्हें झूठे मामले में फंसाने का प्रयास कर रहा है और उनके सहयोगियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सीबीआई उन्हें फंसाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को खुश करने के प्रयास में लगी है।
उनके अनुसार, अगर उनके खिलाफ कोई मामला है, तो उसे दीवानी मुकदमा समझा जाना चाहिए।
सीबीआई द्वारा उनके पूर्व अतिरिक्त निजी सचिव वी.गोवथानम सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद मारन ने सीबीआई पर वार किया है।
मारन पर आरोप है कि केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने आवास पर टेलीफोन के 300 कनेक्शन लिए और उन्हें अपने भाई द्वारा संचालित सन टीवी के लाइनों से जोड़ दिया।
सीबीआई ने इस मामले में सन टीवी के मुख्य तकनीकी अधिकारी एस.कानन तथा इलेक्ट्रीशियन के.ए.रवि को भी गिरफ्तार किया है।
वहीं मारन ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके आवास पर कोई टेलीफोन एक्सचेंज स्थापित नहीं किया गया और जो भी टेलीफोन लाइन थे, वे इंटीग्रेटेड सर्विसेज फॉर डिजिटल नेटवर्क (आईएसडीएन) के हिस्सा थे। यह सुविधा अन्य केंद्रीय मंत्रियों के आवास पर भी होती है।
उन्होंने कहा कि मुद्दे को दीवानी मामला समझा जाना चाहिए न कि आपराधिक और एजेंसी को मुद्दे के समाधान के लिए उनसे संपर्क करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि मारन पर सीबीआई द्वारा दर्ज कराया गया दूरसंचार से संबंधित एयरसेल-मैक्सिस मामला भी चल रहा है।
मारन पर आरोप है कि साल 2006 में उन्होंने एयरसेल के मालिक सी.शिवशंकरण को अपनी कंपनी के अधिकांश शेयर मलेशिया की कंपनी मैक्सिस को बेचने के लिए दबाव डाला।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।