नई दिल्ली- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को अपने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। मुख्यमंत्री ने इस बार भी अपने पास कोई मंत्रालय नहीं रखा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत सभी मंत्रियों ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय पहुंचकर अपने-अपने दफ्तर में काम करना शुरू दिया। पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया इस सरकार में भी उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे। मनीष सिसोदिया को पिछली बार की तरह इस बार भी वित्त एवं शिक्षा मंत्रालय सौंपे गए हैं।
सिसोदिया ने पहले ही दिन वित्त और शिक्षा विभाग के बड़े अफसरों की बैठक बुलाई, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
पिछली बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास रहा दिल्ली जल बोर्ड का जिम्मा इस बार सत्येंद्र जैन को सौंप दिया गया है। जल बोर्ड के अलावा सत्येंद्र जैन के पास पिछली बार की तरह स्वास्थ्य मंत्रालय भी रहेगा।
वहीं गोपाल राय को पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया है, जबकि इससे पहले कैलाश गहलोत के पास यह जिम्मेदारी थी। कुल मिलाकर इन्हीं तीन विभागों में मामूली बदलाव किए गए हैं।
राजेंद्र पाल गौतम को महिला एवं बाल कल्याण विभाग का जिम्मा मिला है, जो पिछली बार उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास था। इन तीन बदलावों के अलावा सभी मंत्रियों को उनके पुराने मंत्रालय फिर से सौंपे गए हैं।
दिल्ली जल बोर्ड के अलावा सत्येंद्र जैन के पास स्वास्थ्य शहरी विकास और गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है।
परिवहन मंत्रालय का जिम्मा एक बार फिर कैलाश गहलोत को सौंपा गया है। महिला बाल विकास कल्याण मंत्रालय अब राजेंद्र पाल गौतम को दे दिया गया है, जिनके पास सामाजिक कल्याण मंत्रालय भी रहेगा।
अरविंद केजरीवाल सभी मंत्रियों एवं उनके मंत्रालयों के कामकाज पर नजर रखेंगे।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “आखिरी कुछ महीनों में जिस तरह दिल्ली में बसों के आने की रफ्तार तेज हुई, उसे आगे जारी रखा जाएगा और अगले कुछ महीनों में बसों की कमी की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।”
वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “बजट को लेकर सरकार जल्दी ही तैयारियां शुरू करेगी और प्राथमिकता जनता को दिए गए गारंटी कार्ड को पूरा करने की होगी।”
पिछले हफ्ते दिल्ली विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके अलावा आम आदमी पार्टी सरकार में मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, कैलाश गहलोत और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली है।
दिल्ली की जनता ने तीसरी बार केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौके दिया है। दिल्ली विधानसभा की 70 में से 62 सीटें केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने जीती हैं। वहीं भाजपा को कुल आठ सीटें ही मिल पाई हैं।