हैदराबाद, 22 जनवरी (आईएएनएस)। हैदराबाद में स्वाइन फ्लू के कारण दो और लोगों की मौत हो गई है। वहीं गुरुवार को केंद्र का एक दल हालात का जायजा लेने लिए यहां पहुंचा है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
यहां के दो सरकारी अस्पतालों में बुधवार को 55 और 56 साल की दो महिलाओं की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में स्वाइन फ्लू से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू के 247 मामले सामने आए हैं।
यहां पर गांधी अस्पताल से पांच लोगों को छुट्टी दी गई थी लेकिन दो अन्य व्यक्तियों में भी स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले हैं। गांधी अस्पताल में 35 स्वाइन फ्लू से पीड़ित लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि 20 अन्य लोगों के खून के नमूनों को इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन (आईपीएम) में एच1एन1 फ्लू की जांच के लिए भेजा गया है।
ओस्मानिया जनरल हॉस्पिटल में दो मरीजों में स्वाइन फ्लू की जांच के नमूने पॉजीटिव आए हैं। इनमें एक 24 वर्षीय सर्जन भी शामिल है। दो दिन पहले गांधी अस्पताल में तीन जूनियर डॉक्टरों में भी जांच के नमूने पॉजीटिव आए थे।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों पर सचेत होते हुए तेलंगाना सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी नड्डा से बात की थी, जिन्होंने उन्हें पूरी सहायता का भरोसा दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार टैमीफ्लू की 50,000 गोलियां, 10,000 स्वाइन फ्लू रोधी सिरप और स्वाइन फ्लू के मामलों का पता लगाने के लिए 50,000 किट भेज रही है। इन दवाओं और टेस्ट किटों को हैदराबाद और अन्य जिलों के सभी अस्पतालों में बांटा जाएगा।
केंद्र सरकार की तीन सदस्यीय समिति हालात का जायजा लेने के लिए गुरुवार को हैदराबाद पहुंची। केंद्रीय दल ने स्वाइन फ्लू के मामलों के मुख्य केंद्र गांधी अस्पताल का दौरा किया और हालात का जायजा लिया।
केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री बंदारू दत्तात्रेय ने भी गांधी अस्पताल का दौरा किया और स्वाइन फ्लू के मामलों के लिए अलग से बने रोगीकक्षों और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि तेलंगाना में स्वाइन फ्लू से 25 लोग पीड़ित हैं।
इसी बीच, सरकार ने स्वास्थ्य निदेशक पी. संबासिव राव का तबादला कर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री ने बुधवार को स्वाइन फ्लू को फैलने से रोकने में असफल होने पर स्वास्थ्य विभाग को जमकर खिंचाई की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।