नई दिल्ली, 9 फरवरी – केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा देश भर में आयोजित किए जा रहे ‘हुनर हाट’, जरूरतमंद दस्तकारों, शिल्पकारों के आर्थिक सशक्तीकरण का ‘मेगा मिशन’ साबित हो रहा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में रविवार को आयोजित किए गए ‘हुनर हाट’ सम्मेलन में नकवी ने कहा कि स्वदेशी क्राफ्ट, क्यूजीन और कल्चर और दस्तकारों, शिल्पकारों के आर्थिक सशक्तीकरण के मेगा मिशन ‘हुनर हाट’ की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले लगभग 3 वर्षो में ‘हुनर हाट’ के माध्यम से लगभग 3 लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराए गए हैं।
उन्होंने कहा, “इनमें बड़ी संख्या में देश भर की महिला दस्तकार भी शामिल हैं। आने वाले लगभग 5 वर्षो में लगभग 100 ‘हुनर हाट’ आयोजित किए जाएंगे, जिनके माध्यम से लाखों हुनर के उस्ताद, दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार और रोजगार के अवसर मुहैया कराये जाएंगे।”
इस अवसर पर राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि भारत विभिन्नता वाला देश है जहां अलग-अलग कला, संस्कृति, भाषा, वेशभूषा है। यही हिंदुस्तान की पहचान है। देश के हर कोने में हुनर है।
गौरतलब है कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश के कोने-कोने के हुनरमंदों की शानदार विरासत का संरक्षण करने एवं उन्हें राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मार्किट उपलब्ध कराने का काम करता है। इंदौर में 8 से 16 फरवरी के बीच आयोजित किया जा रहा ‘हुनर हाट’ अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 19वां ‘हुनर हाट’ है। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, इलाहाबाद, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद और कई अन्य शहरों में भी ऐसा आयोजन हो चुका है।
ध्यान रहे कि इंदौर में आयोजित ‘हुनर हाट’ में 125 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें देश भर के लगभग 250 दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं जो अपने देश के कोने-कोने के स्वदेशी हस्तशिल्प और हथकरघा के शानदार स्वदेशी उत्पाद अपने साथ लाए हैं। यहां विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लजीज पकवान भी बावर्चीखाने सेक्शन में अपनी सुगंध बिखेर रहे हैं।