पीलीभीत, 2 फरवरी –पीलीभीत टाइगर रिजर्व के माला रेंज में शनिवार को एक 65 वर्षीय ग्रामीण का शव आंशिक रूप से खाई हुई अवस्था में बरामद किया गया।
मृतक की पहचान गजरौला थानाक्षेत्र के बैजूनगर निवासी फूलचंद के रूप में हुई है। वह शुक्रवार की दोपहर से गन्ने के खेत में जाने के बाद से लापता थे।
फील्ड फॉरेस्ट फोर्स एवं पुलिस ने जंगल के गहरे क्षेत्र के 400 मीटर के अंदर शव को बरामद किया।
पीटीआर के उपायुक्त नवीन खंडेलवाल ने कहा कि वन अधिकारी अभी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि क्या व्यक्ति खुद ही वन क्षेत्र में आया था, जहां वह जानवरों का शिकार हुआ या फिर कुछ अपराधियों ने उन्हें मारकर जंगल में फेंक दिया, जहां कुछ जानवरों ने उन्हें खाकर छोड़ दिया।
हालांकि मृतक के भतीजे जीवन लाल का दावा है कि उसने और कुछ गांववालों ने एक बाघिन और उसके दो छोटे शावकों को शव खाते हुए देखा था।
अधिकारी ने कहा कि शव-परीक्षण का रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
वहीं मृतक के बेटे माखन लाल ने कहा कि बीते कुछ महीने से बाघिन अपने शावकों के साथ कृषि क्षेत्र में और गढ़ वन में घूम रही थी, लेकिन अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
हालांकि खंडेलवाल का कहना है कि फूलचंद की खेत पीटीआर से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन उन्हें बाघिन द्वारा शरीर को घसीट कर ले जाने का कोई निशान नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि विभाग मानवता के नाते वर्ल्ड वाइड फंड के जरिए मृतक के परिजनों को 10 हजार रुपये उपलब्ध कराएगा, ताकि परिवार मृतक का अंतिम संस्कार करा सके।
गजरौला पुलिस थाने के एसएचओ नरेश कुमार कश्यप ने उनकी हत्या के दावे को खारिज कर दिया, क्योंकि शव की अवस्था को देख कर ही पता चल रहा था कि उन्हें जानवरों ने मारा है।