इस्लामाबाद/नई दिल्ली- पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में ही जहां पाकिस्तान के सिंध प्रांत में कई हिंदू व सिख लड़कियों का अपहरण कर जबरन धर्मातरण के मामले सामने आए हैं। वहीं अब सिंध प्रांत में ही एक हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। यहां जिहादियों ने मंदिर में तोड़फोड़ करते हुए मूर्तियों को खंडित कर दिया। इस मामले को स्थानीय मीडिया ने तो कोई तवज्जो नहीं दी, मगर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खबरों पर पैनी नजर रखने वाली ‘एसोसिएटिड रिपोर्ट्स एबरोर्ड’ से जुड़ी एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया के जरिए उठाया है।
दक्षिण एशिया क्षेत्र के मानवाधिकार व आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बेबाक राय रखने वाली पत्रकार नायला इनायत ने ट्विटर पर लिखा, “सिंध प्रांत में एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। एक भीड़ द्वारा चचौरो, थारपारकर में माता रानी भटियानी के मंदिर में हमला किया गया। यहां मूर्ति व पवित्र ग्रंथों को खंडित किया गया है।”
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यहां की चार तस्वीरें भी शेयर की है। इसमें देखा जा सकता है कि कट्टरपथिंयों ने मूर्ति पर काला रंग डाल दिया है और इसके अलावा तोड़फोड़ भी की गई है। साथ ही मंदिर को भी तोड़ने की कोशिक की गई है।
इसके अलावा, पाकिस्तान में सोशल मीडिया के जरिए भी मंदिर में तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा की जा रही है और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है। ‘पाकिस्तानी हिंदूज यूथ फोरम’ नामक एक संगठन ने फेसबुक के माध्यम से अपील की है कि इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने वालों को कड़ी सजा दी जाए।
यही नहीं, संगठन ने दावा किया है कि यह इस क्षेत्र में हाल के दिनों की चौथी घटना है। इससे पहले कुंब गुरुद्वारा, एसएसडी धाम और घोटकी में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर हमला करने का दावा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुई पत्थरबाजी की निंदा पूरी दुनिया में हुई थी। इससे पहले सितंबर महीने में भी सिंध में ही एक और हिंदू मंदिर में कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी।