नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के प्रचुर सम्पदाओं और संभावनाओं को प्रदर्शित करने वाला और संभवत: अपनी तरह का पहला चार-दिवसीय ‘पूर्वोत्तर उत्सव’ का आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में नौ से 12 अप्रैल तक किया जाएगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्द्र सिंह के निर्देश पर मंत्रालय के सचिव ने बुधवार को यहां दिल्ली स्थित पूर्वोत्तर क्षेत्र के आठों राज्यों के आवासीय आयुक्तों और केंद्रीय पर्यटन, वस्त्र, वाणिज्य, खाद्य प्रसंस्करण, संस्कृति, सूचना एवं प्रसारण, कृषि, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रम (एमएसएमई), और कौशल विकास मंत्रालयों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
उन्होंने इस आयोजन के सुचारु समन्वय के लिए सभी संबंधित तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर पर जोर देने वाले इस उत्सव में प्रदर्शिनियां, पूर्वोत्तर के पारंपरिक पकवान, पुस्तकों के लिए विशेष स्टॉल, कलाकृतियां व चित्र, स्वतंत्रता संग्राम में पूर्वोत्तर का योगदान दर्शाने वाले ऐतिहासिक अभिलेखों का संकलन, विभिन्न भाषाओं की फिल्में और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होंगे।
सिंह ने बताया कि संभावित ‘ब्रांड एम्बेसेडरों’ को आग्रह पत्र भेजे जा चुके हैं और औपचारिक स्वीकृति प्राप्त होते ही उनके नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
सिंह ने कहा कि उत्सव को व्यवसायिक रूप देने के लिए पूर्वोत्तर में निवेश संभावनाओं पर कई बिजनेस सम्मेलन और चर्चाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें पूर्वोत्तर व देश के अन्य हिस्सों आए उद्यमियों को एक दूसरे से बातचीत करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इन बिजनेस सम्मेलनों में औद्योगिक संगठन ‘एसोचैम’ भी हिस्सा लेगा।
मंत्री ने कहा कि उत्सव के चौथे और अंतिम दिन एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आठ पूर्वोत्तर राज्यों के लोक संगीत का अनूठा मिश्रण (फ्यूजन) मुख्य आकर्षण होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।