भुवनेश्वर, 21 जनवरी (आईएएनएस)। ओडिशा सरकार के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी की वजह से लंबी दूरी की कई रेल सेवाओं के मार्ग में परिवर्तन किया गया। ओडिशा सरकार द्वारा राउरकेला नगरपालिका को कॉर्पोरेशन में तब्दील करने की वजह से यह नाकेबंदी बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रही।
आदिवासी और मूलवासी बचाओ मंच के बैनर तले लोगों ने सरकार के फैसले के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी की।
पूर्व तटीय रेलवे की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, दक्षिण पूर्वी रेलवे के चक्रधरपुर विभाग के तहत बोंडामुंडा और राउरकेला स्टेशनों पर नाकेबंदी की वजह से हावड़ा-मुंबई ट्रंक रूट पर रेल यातायात कई घंटों तक बाधित हुआ।
विज्ञप्ति के मुताबिक कई रेलगाड़ियों के मार्गो में बदलाव किया गया, जिनमें हावड़ा-मुंबई (सीएसटीएम), दुरंतो एक्सप्रेस, हावड़ा-मुंबई (सीएसटीएम) और गीतांजलि एक्सप्रेस शामिल हैं।
इस दौरान, सुंदरगढ़ के जिलाधिकारी भूपिंदर सिंह पुनिया ने कहा कि प्रदर्शनकारी इस नाकेबंदी को समाप्त करने के लिए राजी हो गए हैं।
पुनिया ने आईएएनएस को बताया, “प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक हुई है। वे नाकेबंदी समाप्त करने के लिए राजी हो गए हैं। जिला प्रशासन ने उन्हें आवासीय और शहरी विकास मंत्री के साथ इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए एक बैठक का आश्वासन दिया है।”
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि सरकार का पास के जगतरंग और जगदा ग्राम पंचायतों और राउरकेला नगरपालिका के नबकृष्णानगर को निगम में रूपांतरण की घोषणा गैरकानूनी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।