नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। राज्य के आकर्षक और प्रसिद्ध स्थलों को बढ़ावा देने के लिए एक नई और महत्वाकांक्षी पहल के तहत, केरल पर्यटन पहली अप्रैल से ‘विजिट केरल 2015’ का शुभारंभ करेगा। इसके साथ ही घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कला और खेल से संबंधित कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। राज्य के आकर्षक और प्रसिद्ध स्थलों को बढ़ावा देने के लिए एक नई और महत्वाकांक्षी पहल के तहत, केरल पर्यटन पहली अप्रैल से ‘विजिट केरल 2015’ का शुभारंभ करेगा। इसके साथ ही घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कला और खेल से संबंधित कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राज्य के पर्यटन मंत्री ए. पी. अनिल कुमार ने राजधानी तिरुवनंतपुरम में इस पहल के बारे में कहा, “विजिट केरल 2015 पहल मुख्य रूप से आयुर्वेद, जिम्मेदार पर्यटन, और स्पाइस रूट – मुजिरिस हेरिटेज सहित पर्यटन के विभिन्न पहलुओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित किया जाएगा।”
मंत्री ने कहा, “पर्यटन विभाग जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन के क्षेत्र में स्थानीय लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए एक पर्यटन औद्योगिक सम्मेलन का आयोजन करेगा। इस सम्मेलन में छोटे पैमाने पर निवेश कर घर और विला बनाने के लिए लोगों का मार्गदर्शन किया जाएगा।”
कुमार ने कहा, “इस नई पहल के मद्देनजर, केरल पर्यटन व्यापार मेले, रोड शो का आयोजन कर और पर्यटन के बारे में जानकारी उपलब्ध कराकर चीन और श्रीलंका में और अधिक नए बाजार की तलाश करेगा। केरल के लिए बड़े परंपरागत बाजारों में संभावित यात्रियों को लक्ष्य करने वाले इन अति महात्वाकांक्षी अभियानों को ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी में चलाया जाएगा। इसके तहत वहां व्यापार मेलों और रोड शो का आयोजन कर केरल पर्यटन के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, अमेरिका जैसे आगामी बाजारों में उपभोक्ता मेलों का आयोजन किया जाएगा और जानकारी प्रदान करने वाली यात्राएं शुरू की जाएंगी।”
कुमार ने कहा कि केरल के अनूठे उत्पाद आयुर्वेद का श्रीलंका जैसे अन्य देशों में अधिक विपणन किया जाता है, लेकिन मध्य पूर्व के देशों में भी इसके काफी लोकप्रिय होने की संभावना है। उन्होंने कहा, “केरल पर्यटन इन देशों में टूर ऑपरेटरों के लिए व्यापार मेले, रोड शो और जानकारी प्रदान करने वाले अभियानों का आयोजन पर्यटकों की तलाश करने के लिए करेगा।”
उन्होंने बताया कि ‘विजिट केरल 2015’ साइक्लिंग के अलावा, सांस्कृतिक त्योहारों, शादी, बैठकें, इंसेंटिव, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) और साहसिक पर्यटन जैसे केरल पर्यटन कार्यक्रमों को बढ़ावा देगा। केरल पर्यटन के दूसरे चरण के तहत जर्मनी जैसे चुनिंदा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ‘केरल-होम ऑफ आयुर्वेद’ अभियान भी शुरू किया जाएगा।
कुमार ने कहा, “इसके अलावा, 2015 में केरल में छुट्टियां बिताने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षक उपहार और कॉम्प्लीमेंटरी छुट्टियांे के साथ- साथ ‘विजिट केरल कांटेस्ट’ जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।”
मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में होटल में कमरों की कुल संख्या में भी वृद्धि हुई है। 2010 में यहां होटलों में कुल 40 हजार कमरे थे, लेकिन अब यहां होटलों में कुल 75 हजार कमरे हैं।
उन्होंने कहा, “यह राज्य में पर्यटन उद्योग के लिए एक अच्छा संकेत है।”
केरल के पर्यटन सचिव जी. कमला वर्धन राव ने कहा कि त्योहारों और आयोजनों का एक व्यापक कैलेंडर तैयार कर लिया गया है और इसे विदेश में भारतीय पर्यटन कार्यालय और भारतीय दूतावासों सहित कई चैनलों के माध्यम से बढ़ावा दिया जाएगा।
केरल के पर्यटन निदेशक पी. आई. शेख पारीथ ने कहा कि ‘देवों के देश’ में जिम्मेदार पर्यटन के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए पर्यटन और उसके अवसरों पर स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य भर में ‘लोगों के अपने पर्यटन’ अभियान चलाया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।