मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर के निधन पर गहन दु:ख व्यक्त किया है। श्री कमल नाथ ने शोक संदेश में कहा कि श्री बाबूलाल गौर दलीय राजनीति से ऊपर प्रदेश के सर्वमान्य नेता थे। उन्हें प्रदेश के साथ भोपाल के विकास की चिंता हमेशा रहती थी। जब मैं केन्द्र में मंत्री था, तब वे कई बार मध्यप्रदेश के हितों को लेकर मेरे पास आते थे और कुछ न कुछ ले जाते थे।
श्री कमल नाथ ने कहा कि श्री गौर एक जुझारु और संघर्षशील नेता थे। जनता से उनका जीवंत सम्पर्क था। जनहित के मुद्दों पर वे कोई समझौता नहीं करते थे। एक बेबाक और स्पष्टवादी नेता थे। इसलिए कई बार वे पार्टी लाइन से हटकर अपने विचार व्यक्त करते थे। श्री कमल नाथ ने कहा कि श्री गौर सजग और संवदेनशील नेता होने के साथ-साथ संसदीय परम्पराओं और ज्ञान से भी पूरी तरह समृद्ध थे। उनका ध्यान हमेशा विकास योजनाओं पर रहा। उन्होंने अपनी पार्टी की विचारधारा को विकास के कामों से अलग रखा।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि श्री गौर के निधन से हमने राजनीति के एक ऐसे लोकप्रिय व्यक्तित्व को खो दिया है, जो सबको साथ लेकर चलने पर विश्वास करता था । सर्वधर्म समभाव की अवधारणा में उनका गहरा विश्वास था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दें।
मुख्यमंत्री ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री बाबूलाल गौर के 74 बंगले स्थित निवास पर पहुँचे। उन्होंने स्वर्गीय श्री गौर की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री नाथ स्वर्गीय श्री गौर के परिजनों से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी।