लखनऊ, 30 जुलाई (आईएएनएस)। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की सड़क दुर्घटना के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की है। दुर्घटना में पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे और पीड़िता की दो रिश्तेदारों की मौत हो गई।
दुर्घटना में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि पीड़िता की कार की टक्कर जिस ट्रक से हुई थी, वह ट्रप एक समाजवादी पार्टी (सपा) नेता का है।
संयोग से दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग करने वाली पहली पार्टी अखिलेश यादव की अगुआई वाली सपा ही है।
प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने का औपचारिक निवेदन सोमवार मध्य रात्रि केंद्र के पास भेज दिया गया है।
उन्होंने कहा, “सरकार ने अपराध मामला संख्या 305/2019 यू/एस 302/307/506/120बी आईपीसी गुरबख्सगंज जिला रायबरेली की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। इस संबंध में केंद्र सरकार को औपचारिक निवेदन भेज दिया गया है।”
सोमवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने कहा कि अगर आग्रह किया जाता है तो राज्य सरकार दुर्घटना की सीबीआई जांच को तैयार है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कुलदीप सेंगर पर लड़की से दुष्कर्म का आरोप है और उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद से वह जेल में है। सूत्रों ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रक सपा नेता नंदू पाल का है।
पाल सपा की फतेहपुर जिला इकाई के नेता हैं और उनकी पत्नी रमाश्री पाल सपा की टिकेट पर असोथर ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख चुनी गई थीं।
उनके तीन भाइयों- देवेंद्र पाल, मुन्ना पाल और दिलीप पाल के पास 27 ट्रक हैं।