लखनऊ, 6 जून(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उत्पादन निगम ने इस साल एक नया रिकार्ड बनाया है। उन्होंने तापीय उत्पादन गृहों में प्रति यूनिट उत्पादन लागत को 38 पैसे कम करके अब तक कुल 1107 करोड़ रुपये की बचत की है।
यह इस वित्तीय वर्ष 2018-19 में उत्पादन निगम लिमटेड द्वारा हासिल की गई अधिकतम उपलब्धि है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि कोयले और तेल की कीमतों में लगातार वृद्धि और मेरिट ऑफ डिस्पैच आर्डर की प्रतिस्पर्धा के दृष्टिगत उत्पादन निगम की इकाइयों के दक्षता पैरामीटर जैसे प्लांट लोड फैक्टर, हीट रेट आदि में सुधार कर एक कार्ययोजना बनाकर लागू की गई।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष 78़ 53 प्रतिशत टीएलएफ प्राप्त किया गया, जो पिछले साल के सापेक्ष 9़ 31 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह 7़ 88 प्रतिशत साहयक संयत्र खपत, ़521 मिलीलीटर एवं यूनिट विशिष्ट तेल खपत और ़ 646 किग्रा एवं यूनिट विशिष्ट कोयला खपत प्राप्त की गई है।
उन्होंने बताया कि इस कार्ययोजना पर लगातार कार्य जारी रहेगा। जानकारों की मानें तो जब विद्युत विभाग की उत्पादन लागत में कमी आएगी तो प्रदेशवासियों को सस्ती बिजली मिलने की संभावना रहेगी।