गुरुवयूर (केरल), 2 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी आठ जून के दौरे के दौरान प्रसिद्ध श्रीकृष्ण गुरुवयूर मंदिर के अधिकारी अपनी ‘गोशालाओं’ को आधुनिक बनाने के लिए मदद मांगेंगे और मंदिर को रेल मार्ग से जोड़ने की मांग रखेंगे।
मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष के.बी. मोहनदास ने आईएएनएस से कहा कि प्रधानमंत्री के दोपहर 12 बजे मंदिर पहुंचने का कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा, “उनके साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल भी आ रहे हैं। दर्शन दोपहर 12.15 बजे होगा। सुरक्षा कारणों से दूसरे भक्तों के लिए मंदिर करीब दो घंटों के लिए बंद रखा जाएगा।”
एक अधिकारी ने कहा कि मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर के स्वामित्व वाली तीन ‘गोशालाओं’ के आधुनिकीकरण के लिए धन की मांग के लिए एक ज्ञापन तैयार किया है।
उन्होंने कहा, “हमने तीन स्थानों पर लगभग 2,000 गायों और बैलों को रखा है। इसमें सबसे बड़ा मलप्पुरम का 95 एकड़ का फार्म है और गुरुवयूर के पास स्थित दो छोटे फार्म हैं, जहां से मंदिर के लिए दूध प्राप्त होता है।”
मोहनदास ने कहा, “हमारी इंजीनियरिंग टीम ने आधुनिकीकरण के लिए एक ज्ञापन तैयार किया है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री एक बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे।”
उन्होंने कहा कि मंदिर को सीधे रेल संपर्क से जोड़ने की भी मांग है। मंदिर मुख्य रेलवे लाइन से 28 किमी दूर है, जो त्रिशूर से होकर जाती है।
उन्होंने कहा, “चूंकि रेल मंत्री भी आ रहे हैं, इसलिए हम यह आग्रह फिर से करेंगे। हम चाहते हैं कि कम से कम कोंकण मार्ग पर चलने वाली कुछ ट्रेनों का मार्ग लिंक लाइन के जरिए मोड़ा जाए।”
सदियों पुराना गुरुवयूर मंदिर केरल के सबसे महत्वपूर्ण पूजा स्थलों में से एक है और इसे ‘दक्षिण भारत के द्वारका’ के रूप में जाना जाता है।