नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को देश के 30वें गृहमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया। 55 वर्षीय नेता ने राजनाथ सिंह के स्थान पर यह पद संभाला है। इससे एक दिन पहले उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृहमंत्री नियुक्त किया गया था।
इस हाई-प्रोफाइल मंत्रालय के नेतृत्व में परिवर्तन संभवत: कठिन निर्णय लेने और आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से कड़ाई से निपटने के लिए लिया गया है।
हालांकि पूर्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षाबलों को खुली छूट दी थी, जिस वजह से बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि शाह उनसे भी ज्यादा कड़ा रुख अपनाएंगे।
गृहमंत्री के तौर पर उनकी नियुक्ति के बाद, जम्मू एवं कश्मीर में शाह की नीति महत्वपूर्ण होगी। अक्टूबर-नवंबर में इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले सुरक्षा और विकास कार्यो को गति दी जा सकती है।
शाह की भूमिका यह स्पष्टता लाने में भी महत्वपूर्ण होगी कि कैसे जम्मू एवं कश्मीर में केंद्र अनुच्छेद 35ए के मुद्दे को सुलझाना चाहती है। इसके अलावा शाह पर आतंकवादियों पर दबाव बनाने और हिंसा मुक्त अमरनाथ यात्रा करवाने की भी होगी।
केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और खुफिया विभाग के प्रमुख राजीव जैन ने शाह का नार्थ ब्लॉक कार्यालय में स्वागत किया।