नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद और पार्टी में नेतृत्व के संकट के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और महासचिवों के.सी. वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।
प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। पायलट के चले जाने के बाद गहलोत पहुंचे।
उनकी चर्चाओं का विवरण फिलहाल ज्ञात नहीं है।
राहुल ने शनिवार को कांग्रेस कार्यकारिणी कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दौरान अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन इसे सर्वसम्मति से अस्वीकार कर दिया गया था।
पार्टी का शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी को पार्टी में संरचनात्मक परिवर्तन करने का हक दे रखा है।
लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल के इस्तीफा देने पर अड़े रहने से पार्टी में चिंता का माहौल है, जिसने हमेशा नेहरू-गांधी की छत्रछाया में काम किया है।
राहुल के आवास पर सुबह सबसे पहले प्रियंका गांधी पहुंची। उसके बाद सुरजेवाला और वेणुगोपाल पहुंचे। फिर कुछ समय बाद सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर पहुंचे।
राहुल गांधी के साथ 50 मिनट तक चली अलग-अलग मुलाकातों के बाद पायलट, वेणुगोपाल और सुरजेवाला वहां से चले गए।
फिर राहुल के आवास पर गहलोत पहुंचे। गहलोत और राहुल की मुलाकात करीब आधे घंटे चली।
राहुल ने मिलने का समय दिए जाने के बावजूद सोमवार को गहलोत से मिलने से इनकार कर दिया था और उनसे दिग्गज पार्टी नेता के.सी. वेणुगोपाल से मिलने के लिए कहा था।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की।
कांग्रेस द्वारा अगले चार दिनों के भीतर एक और सीडब्ल्यूसी बैठक बुलाने की उम्मीद है।
राहुल ने गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चुनावों में पार्टी के लिए अधिक काम करने के बजाय अपने बेटों के निर्वाचन क्षेत्रों में अधिक समय देने के लिए दोषी ठहराया था।
तमाम प्रयासों के बावजूद कांग्रेस ने सिर्फ 52 लोकसभा सीटें जीती हैं।