नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव-2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (रागज) को मिले प्रचंड बहुमत में महिलाओं और पहली बार के मतदाताओं का योगदान काफी अहम रहा। यह बात आईएएनएस-सीवोटर द्वारा चुनाव परिणाम के विश्लेषण से सामने आई है।
राजग को महिलाओं का 45.1 फीसदी वोट मिला, जबकि पुरुषों का वोट सत्ताधारी गठबंधन को 42.1 फीसदी मिला। कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को महज 25.9 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट दिया।
पहली बार मतदाता बने 18-22 साल उम्र वर्ग के लोगों का 45.2 फीसदी वोट भाजपा को मिला, जबकि संप्रग के प्रति ऐसे मतदाताओं का झुकाव सिर्फ 24.6 फीसदी रहा। यही नहीं, 23-35 वर्ष की उम्र वर्ग के मतदाताओं का राजग को 44.1 फीसदी वोट मिला।
चुनाव के नतीजे आने से पहले एक धारणा बनी थी कि किसानों की माली हालत के कारण ग्रामीण क्षेत्र में राजग के पक्ष में मतदाताओं का बहुत झुकाव नहीं होगा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले गठबंधन को शहरी क्षेत्र में जहां 42.2 फीसदी वोट मिला, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में इसे 44 फीसदी वोट मिला।
धार्मिक समुदाय, ऊच्च वर्ग के हिंदू ज्यादातर भाजपा और राजग के समर्थक रहे और इस वर्ग के 51.6 फीसदी मतदाताओं ने मोदी सरकार को बरकरार रखने के लिए वोट किया।
संप्रग को मुस्लिम समुदाय का 40.8 फीसदी वोट मिला, जबकि राजग को मुस्लिम वोट सिर्फ 25.5 फीसदी मिला।
राजग को 3,000 रुपये से एक लाख रुपये की आय वाले सभी वर्गो का 40 फीसदी से ज्यादा वोट मिला।