कोलकाता, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और तृणमूल सांसद प्रसून बनर्जी पर एक गैर जमानती मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि एक यातायात हवलदार ने हचलच भरी सड़क पर गलत यू-टर्न लेने पर उनकी गाड़ी को रोक लिया था जिससे गुस्साएं प्रसून ने ड्यूटी पर तैनात हवलदार को थप्पड़ जड़ दिया।
हावड़ा से लोकसभा सांसद प्रसून बनर्जी तृणमूल नेताओं की उस सूची में शामिल हो गए हैं, जो कानून अपने हाथ में ले रहे हैं और यहां तक कि पुलिस कर्मियों पर भी हमला कर रहे हैं। प्रसून ने 1970 और 1980 के दशक की शुरुआत में शहर की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम के मिडफील्डर के रूप में कई पुरस्कार जीते थे।
सांसद प्रसून बनर्जी ने हालांकि आरोपों को खारिज किया है।
सुप्रसिद्ध भारतीय कोच पी.के. बनर्जी के भाई प्रसून ने कहा, “हवलदार मानसिक रूप से कमजोर है। मैंने उसपर कभी भी हमला नहीं किया। यह मुझे हानि पहुंचाने की साजिश है।”
पी.के. बनर्जी भी 1982 में दिल्ली में आयोजित हुए एशियाई खेलों में भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान रह चुके हैं।
घंटों की टाल-मटोल के बाद पुलिस ने बनर्जी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और उसे अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोप सिद्ध होने पर इस धारा में अधिकतम दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।