बार्सिलोना, 24 मई (आईएएनएस)। भारतीय कलाकार नलिनी मालानी ने जोआन मीरो प्राइज का सातवां संस्करण जीता है, जो एक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्हें पुरस्कार राशि के तौर पर 70,000-यूरो (78,000 डॉलर) नकद पुरस्कार मिला है और इसे दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित कला पुरस्कारों में से एक माना जाता है।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, नलिनी (1946 में कराची में जन्मीं), एक फिल्म, फोटोग्राफी, वीडियो कला और परफॉर्मेस आर्टिस्ट हैं, वह इस पुरस्कार को पाकर बेहद खुश हैं।
जोआन मिरो फाउंडेशन ने कहा कि जूरी ने खासकर महिलाओं के प्रति उनकी एक जटिल कलात्मक खोज की लंबे समय से उनकी प्रतिबद्धता को स्वीकार किया, जहां विशेष रूप से प्राचीन पौराणिक कथाओं का एक गहन ज्ञान समकालीन अन्याय की एक निंदा के रूप में उभरता है।
पुरस्कार ग्रहण करते समय नलिनी भावुक हो गईं। उन्होंने उन 1970 की दशक के शुरुआत में मीरो का साथ अपनी पहली मुलाकात की यादों को ताजा किया, उस समय वह पेरिस में पढ़ाई करती थीं।
ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य में पैदा हुई नलिनी के परिवार को भारत विभाजन के बाद निर्वासन के लिए मजबूर किया गया। नलिनी कोलकाता और मुंबई में पली बढ़ी।
उनका काम सामाजिक-राजनीतिक संदर्भ से काफी प्रभावित है जिसमें वह बड़ी हुई हैं और एक महिला दृष्टिकोण से उस इतिहास की खोज करती है।
जोआन मीरो पुरस्कार जोआन मीरो फाउंडेशन और ला कैक्सा फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है।