लखनऊ , 16 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों सहित अन्य शैक्षणिक परिसरों की समस्या जानने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने नया तरीका ईजाद किया है। अभाविप ने पूरे प्रदेश की शैक्षणिक समस्याओं को जानने के लिए ‘छात्र संवाद’ कार्यक्रम करने की रणनीति बनाई है।
सूत्रों की मानें तो अभाविप की कोशिश अधिक से अधिक संस्थानों तक पहुंचकर अपनी ताकत में इजाफा करना है।
अभाविप की संगठनात्मक योजना के अनुसार, प्रदेश के छह स्थानों पर विभिन्न तिथियों पर ‘छात्र संवाद’ कार्यक्रम करने का निश्चय किया है। इसी कड़ी में मध्य (अवध) प्रांत के करीब 400 महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों के लगभग एक हजार विद्यार्थियों का सम्मेलन 25 जनवरी को होना है। इसकी तैयारी के लिए अभाविप के पदाधिकारी और कार्यकर्ता विभिन्न परिसरों में छात्रों से संपर्क कर उन्हें सम्मेलन में भाग लेने की सूचना दे रहे हैं।
अवध प्रांत का सम्मेलन 25 जनवरी को लखनऊ में, काशी प्रांत का 8 फरवरी को इलाहाबाद में, गोरक्ष प्रांत का 26 जनवरी को गोरखपुर में, कानपुर प्रांत का 24 जनवरी को फतेहपुर में, मेरठ प्रांत का 26 जनवरी को मेरठ में तथा ब्रज प्रांत का सम्मेलन 8 फरवरी को आगरा में होगा।
परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ‘हर परिसर को समस्या मुक्त’ बनाना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।