नई दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)। फरवरी में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनावश गिरने के लिए भारतीय वायुसेना का एक अधिकारी जिम्मेदार पाया गया है। उसके खिलाफ पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
खबरों के अनुसार, इस मामले में तीन अन्य लोगों को भी अभियुक्त बनाया जाएगा।
वायुसेना ने 27 फरवरी को एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों को अभी आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है। इसी दिन पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने की कोशिश की थी। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विमान भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की ही एक रक्षक मिसाइल के हमले में धोखे में गिर गया था।
घटना की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। घटना में विमान में सवार सभी छह लोगों की मौत हो गई थी।
आईएएफ अपनी बात पर कायम रहते हुए कहा कि जांच जारी है, लेकिन विभिन्न रिपोर्ट्स संकेत दे रही हैं कि मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करने में चूक हुई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, श्रीनगर एयर बेस, जहां दुर्घटना हुई थी, का संचालन करने वाले अधिकारी को हटा दिया गया है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, संचालन कर रहे अधिकारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, आपराधिक कृत्य के मामले लगाए जाएंगे।
यह घटना जम्मू एवं कश्मीर में एलओसी पर उस समय हुई थी, जब आईएएफ के विमान पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारत की एयरस्ट्राइक के बाद अगले दिन भारत में घुसपैठ का प्रयास कर रहे पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों से भिड़ गए थे।