देहरादून, 19 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात एक गुफा में ध्यान करने के बाद रविवार को उत्तराखंड के बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिरों में दर्शन-पूजन किए।
हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित इन दोनों मंदिरों के दर्शन मोदी ऐसे समय में कर रहे हैं, जब देश में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान चल रहा है।
प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव के दिन आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को चुनाव आयोग (ईसीआई) में शिकायत दर्ज कराई है।
राज्यसभा में तृणमूल के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान 17 मई शाम छह बजे समाप्त हो गया। लेकिन, नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा को स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया ने पिछले दो दिनों में व्यापक स्तर पर कवर किया। यह आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।”
इससे पहले सुबह केदारनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद, मोदी ब्रदीनाथ पहुंचे और उन्होंने भगवान बद्री (विष्णु) की पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री के पूजन के दौरान पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया।
बद्रीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने प्रधानमंत्री को स्मृतिचिन्ह भी भेंट किया।
इससे पहले, एक गुफा के अंदर शनिवार रात ध्यान करने के बाद, मोदी ने सुबह केदारनाथ मंदिर में पूजन किया।
मोदी ने थका देने वाले लंबे चुनाव प्रचार से आराम के लिए हिमालय के पवित्र तीर्थस्थल का दौरा करने की अनुमति देने के लिए चुनाव आयोग का आभार भी जताया। उन्होंने कहा, “मुझे दो दिन का आराम मिला।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विशेष रूप से बनाई गई गुफा के अंदर दुनियादारी से पूरी तरह विरक्त हो गए थे। गुफा में बिजली, शौचालय, टेलीफोन आदि की सुविधा थी और सीसीटीवी कैमरा लगा था। उन्होंने कहा, “बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं था। बस एक छोटी-सी खिड़की थी, जिसके जरिए मैं मंदिर को देख सकता था।”
मोदी ने कहा कि भगवान शिव का आशीर्वाद भारत के साथ-साथ दुनिया पर भी बना रहेगा। उन्होंने कहा, “मैं भगवान से कुछ नहीं मांगता। मुझे लगता है कि भगवान ने हमें समाज को कुछ देने के लिए बनाया है।”
मोदी ने केदारनाथ में 2013 में आई भीषण बाढ़ के बाद इसके पुनर्विकास कार्य की सराहना की और कहा कि एक समर्पित टीम इस प्रक्रिया में लगी हुई है। उन्होंने कहा, “मैं वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए समय-समय पर काम की निगरानी करता हूं।”
उन्होंने कठिन चुनाव कार्यक्रम के बावजूद केदारनाथ आने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया और कहा कि केदारनाथ में पुनर्विकास के बारे में मीडिया का संदेश सकारात्मक होगा।
उन्होंने कहा कि लोगों को सिंगापुर और दुबई जैसी जगहों के अलावा केदारनाथ और भारत के अन्य क्षेत्रों की यात्रा भी करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने उन सभी लोगों के कार्यो की भी सराहना की, जो इस हिमालयी तीर्थस्थल के दुर्गम इलाके में विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने में लगे हुए हैं।