बीजिंग, 18 मई (आईएएनएस)। चीन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 के अंत तक ऑक्यूपेशनल डिसीज (पेशे के कारण होने वाली बीमारी) के लगभग 9,70,000 मामले पाए गए, जिनमें 90 प्रतिशत मामले न्यूमोकोनियोसिस (मुख्यत: खांसी और सांस लेने में परेशानी के लक्षण) के थे।
बीजिंग, 18 मई (आईएएनएस)। चीन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 के अंत तक ऑक्यूपेशनल डिसीज (पेशे के कारण होने वाली बीमारी) के लगभग 9,70,000 मामले पाए गए, जिनमें 90 प्रतिशत मामले न्यूमोकोनियोसिस (मुख्यत: खांसी और सांस लेने में परेशानी के लक्षण) के थे।
यह आंकड़े चीन के सरकारी सूचना परिषद कार्यालय ने दिए हैं।
एक अध्ययन के अनुसार, 90 करोड़ी चीनी कर्मियों में से 2.5 करोड़ कर्मियों में प्रतिवर्ष कार्यस्थल पर बीमारियों में जकड़ जाते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा लोग न्यूमोकोनियोसिस से पीड़ित होते हैं।
यह लंबे समय तक रहने वाली और जानलेवा बीमारी है, जिसमें धूल और छोटे कड़ों के अंदर जाने से फेफड़े प्रभावित होते हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के उपनिदेशक ली बिन के हवाले से कहा कि पैनल संबंधित विभागों के साथ साझेदारी कर न्यूमोकोनियोसिस की रोकथाम और इलाज का प्रयास करेगा।
ली ने इसके मरीजों को बीमारी के कारण आर्थिक विपन्नता से बचाने के लिए मेडिकल बीमा, मेडिकल सहयोग और जीविका में सहयोग करने के प्रयासों पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि आयोग कानून, सरकारी पर्यवेक्षण और पेशेवर स्वास्थ्य प्रशिक्षण में सुधार लाकर श्रम स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के लिए भी प्रयास करेगा।
ली ने कहा कि कुल 10 प्रकार की 132 बीमारियों को चीन में ऑक्यूपेशनल बीमारियों की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि अन्य पेशेवर खतरों में जहर, शो और रेडिएशन पर भी नियंत्रण होना चाहिए।