संयुक्त राष्ट्र, 16 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम के. कुटेसा ने गुरुवार को कहा कि उनके द्वारा नियुक्त एक राजनयिक एक दस्तावेज तैयार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के साथ काम कर रहा है। यह दस्तावेज सुरक्षा परिषद के सुधार पर बातचीत का आधार होगा।
संयुक्त राष्ट्र, 16 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम के. कुटेसा ने गुरुवार को कहा कि उनके द्वारा नियुक्त एक राजनयिक एक दस्तावेज तैयार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के साथ काम कर रहा है। यह दस्तावेज सुरक्षा परिषद के सुधार पर बातचीत का आधार होगा।
सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए परिषद का सुधार भारत की एक कूटनीतिक प्राथमिकता है, जो विस्तारित सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट हासिल करने की कोशिश में लगा हुआ है।
परिषद के सुधार की मौजूदा पहल उस दस्तावेज को लेकर अवरुद्ध हो गई है, जो इस वार्ता का आधार बनेगा। कुछ देश इस तरह के किसी दस्तावेज को पेश करने के खिलाफ हैं, क्योंकि वे महसूस करते हैं कि यह दस्तावेज कुछ देशों को विस्तारित परिषद में स्थायी सीट पाने की कोशिश में एक औजार दे सकता है, यद्यपि वार्ता बगैर किसी मसौदा दस्तावेज के हो भी नहीं सकती है।
कुटेसा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पिछले 10 वर्षो से हरेक पक्ष, हरेक समूह बार-बार विरोध दर्ज करा रहे हैं।”
कुटेसा ने कहा कि सुधारों पर अंतरसरकारी वार्ता के अध्यक्ष नियुक्त किए गए जमैका के राजदूत कोर्टनी रात्रय इस कदम को आगे बढ़ा रहे हैं और इस समय वह सदस्य देशों के साथ काम कर रहे हैं और वह एक वार्ता दस्तावेज के साथ सामने आएंगे, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न सदस्य देशों की स्थितियां मौजूद होंगी।
कुटेसा ने कहा कि रात्रय की अनौपचारिक बातचीत दस्तावेज आधारित वार्ता की दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता पाने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगले दौर की बातचीत फरवरी में शुरू होने वाली है।
कुटेसा ने कहा, “हमें स्थितियां पता हैं। इसलिए हम बातचीत करें और देखें कि आगे कैसे बढ़ते हैं। यह अतीत और और अब उनकी (रात्रय) भूमिका के बीच गुणात्मक फर्क होगा। दस्तावेज को सामने लाइए और इसपर बातचीत शुरू कीजिए।”
कुटेसा ने पिछले सितंबर से संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का पद संभाला है। उसके बाद से उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अवरुद्ध सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है और अपने एजेंडे में उसे प्राथमिकता दी है, खासतौर से इस वर्ष जब संयुक्त राष्ट्र 70 साल का हो गया। कुटेसा यूगांडा के विदेश मंत्री हैं।
संयुक्त राष्ट्र का गठन वर्ष 1945 में 51 सदस्यों के साथ हुआ था। उसी समय वीटो अधिकारी रखने वाले पांच स्थायी सदस्यों के साथ सुरक्षा परिषद का भी गठन किया गया था। ये पांच सदस्य ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका हैं। इसके बाद 1965 में परिषद में 10 अस्थायी सदस्य जोड़े गए, और उसके बाद इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ। जबकि संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता बढ़कर 193 हो गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।