शिमला, 16 जनवरी (आईएएनएस)। हिमाचल में दो माह में जननी एक्सप्रेस-102 योजना से 3,500 से अधिक माताओं और उनके नवजात बच्चों को लाभ मिला है।
राज्य सरकार ने शुक्रवार को कहा कि योजना की शुरुआत 15 नवंबर, 2014 को हुई थी। यह योजना अस्पतालों एवं चिकित्सा केंद्रों में प्रसव को बढ़ावा देने और नवजात एवं मातृ मृत्युदर घटाने के लिए गर्भवती को अस्पताल लाने-ले जाने की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराती है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अस्पतालों एवं चिकित्सा केंद्रों में प्रसव दर में 80 फीसद की बढ़ोतरी के साथ इस योजना के असाधारण नतीजे देखने को मिले हैं। यह योजना 102 डायल कर उपलब्ध हो सकती है।
शत प्रतिशत महिलाओं को अस्पतालों में प्रसव कराने के लिए प्रेरित करने की कोशिशें चल रही हैं।
राज्य सरकार ने एंबुलेंस की खरीद पर 6.15 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
इससे पूर्व राज्य सरकार ने नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा लांच की थी, जो फोन पर 180 नंबर डायल करके उपलब्ध हो जाती है। हैदराबाद की कंपनी जीवेके-ईएमआरआई(इमरजेंसी मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट) द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस ने भी प्रसव संबंधित 95,000 और ट्रामा संबंधित 27,000 मामलों में मदद की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।